ललपनिया, ठेकेदार मजदूर यूनियन (एटक) ने चरणबद्ध आंदोलन शुक्रवार से फिर शुरू किया. इसके तहत टीटीपीएस के प्रशासनिक भवन के समक्ष मजदूरों की गेट मीटिंग हुई. यूनियन महासचिव इफ्तेखार महमूद ने कहा कि बिना कानूनी प्रावधान के ठेका मजदूरों को सेवानिवृत्त का नाम देकर काम से हटाया जा रहा है. मजदूरों को आठ साल से वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ नहीं दिया गया है. पूर्व से मिल रही सुविधा भी बंद कर दी गयी है. अस्थाई मरम्मत कार्य में वर्षों से काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जाती है. शांति भंग करने के लिए प्रबंधन मजदूरों के समक्ष नयी-नयी समस्या खड़ा करता है. जब मजदूर आंदोलन पर उतरते हैं तो प्रशासन को उनके समक्ष खड़ा कर दिया जाता है. अगले चरण में 12 नवंबर को प्लांट के मुख्य सड़क पर सत्याग्रह किया जायेगा. गेट मीटिंग की अध्यक्षता जागेश्वर शर्मा ने की. मौके पर उप महासचिव समीर कुमार हलदर, सचिन डेगलाल महतो, बद्री मुंडा, बिरालाल मांझी, धनेश्वर रविदास, वली वारसी, मनोज तूरी, हराधन हालदार, वकील प्रजापति आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

