राकेश वर्मा, बेरमो, कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई सीसीएल के सभी एरिया लगातार भारी बारिश के कारण चालू वित्तीय वर्ष में अपने उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रहे हैं. चालू वित्तीय वर्ष के शेष छह माह सभी एरिया के लिए चुनौती से भरा होगा. फिलहाल कोई एरिया अपने प्रतिदिन के उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पा रहा है. मालूम हो कि चालू वित्तीय वर्ष में सीसीएल का उत्पादन लक्ष्य 110 मिलियन टन है.
सीसीएल के हर एरिया का प्रदर्शन (2025-26 में)
एरिया चालू वित्तीय वर्ष में लक्ष्य उत्पादन (एक अप्रैल से तीन अक्टूबर तक)आम्रपाली-चंद्रगुप्त 31.0 5.279मगध-संघमित्रा 24.0 8.359पिपरवार 5.5 2.908
एनके 3.4 0.608रजहरा 1.3 0.291बरका-सयाल 9.0 3.231अरगड्डा 2.2 0.921
बीएंडके 11.8 2.821गिरिडीह 0.8 0.221ढोरी 5.4 1.706हजारीबाग 6.6 1.143
कथारा 4.4 1.227कुजू 2.7 0.753रजरप्पा 2.0 0.320
बेरमो के तीनों एरिया का भी उत्पादन संतोषजनक नहीं
बेरमो कोयलांचल में सीसीएल के बीएंडके, कथारा व ढोरी एरिया का भी प्रदर्शन चालू वित्तीय की प्रथम छमाही में संतोषजनक नहीं है. बीएंडके एरिया ने तीन अक्टूबर तक 28 लाख 21 हजार, कथारा एरिया ने 12 लाख 27 हजार तथा ढोरी एरिया ने 17 लाख 06 हजार टन कोयला उत्पादन किया है. तीनों एरिया का चालू वित्तीय में उत्पादन लक्ष्य लगभग 20 मिलियन टन है. पहली छमाही में तीनों एरिया ने लगभग छह मिलियन टन ही उत्पादन किया है. शेष छह माह में 14 मिलियन टन उत्पादन करना होगा. सबसे ज्यादा बीएंडके एरिया को 72 लाख टन, ढोरी एरिया को 37 लाख टन तथा कथारा एरिया को 32 लाख टन कोयला उत्पादन करना है.सीसीएल के पास 9.40 एमटी कोल स्टॉक
चालू वित्तीय वर्ष के तीन अक्टूबर तक सीसीएल के पास कुल 9.40 एमटी कोल स्टॉक है. जबकि इस अवधि तक कंपनी ने कुल 33.676 एमटी कोयले का डिस्पैच किया है. इसमें से 6629 रेलवे रैक से कोल डिस्पैच किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

