बेरमो, 20 मई को आहूत देशव्यापी हड़ताल को लेकर सोमवार को यूनियनों की ओर से रांची के सीएमपीडीआइ के कन्वेंशन सेंटर में कन्वेंशन का आयोजन किया गया. मजदूर नेताओं ने 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत इस देशव्यापी इंडस्ट्रियल हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया. हिंद मजदूर सभा और हिंदू खदान मजदूर फेडरेशन के महामंत्री हरभजन सिंह सिद्धू ने संबाेधित करते हुए कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार मजदूरों के अधिकारों का हनन करने पर आमादा है. चार लेबर कोड को लागू कर मजदूरों के अधिकारों को छीना जा रहा है. काम के घंटों को 12 कर दिया गया है. सरकार हड़ताल के अधिकार को समाप्त करने पर तुली है. देश में अघोषित आपातकाल है. सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है. देश की कुल संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा मुट्ठी भर उद्योगपतियों के हाथों में है.
श्रम कानूनों को बचाने की है जरूरत
एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने कहा कि हर हाल में इस हड़ताल को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाना है. यह कोयला उद्योग, कोयला मजदूर व देश के तमाम पब्लिक सेक्टर के अस्तित्व से जुड़ा है. मजदूरों के हक के लिए बने श्रम कानूनों को बचाने की जरूरत है. कन्वेंशन को सीटू के डीडी रामानंदन, राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के अध्यक्ष कुमार जयमंगल, लखनलाल महतो, अरुप चटर्जी, आरपी सिंह, रघुनंदन राघवन, राजेश सिंह, एके झा, रणविजय सिंह आदि ने भी संबोधित किया. कन्वेंशन की अध्यक्षता एचएमएस के सिद्धार्थ गौतम, इंटक के एसक्यू जामा, एटक के हरिद्वार सिंह व सीटू के जेके श्रीवास्तव ने की. इस कनवेंशन में कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों से 500 डेलिगेट ने हिस्सा लिया. इसमें बीएमएस को छोड़ कर कोयला क्षेत्र के चार केंद्रीय श्रमिक संगठन इंटक, एटक, एचएमएस व सीटू के प्रतिनिधियों की सहभागिता रही.
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