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बोकारो थर्मल : आंदोलन असरदार, डीवीसी और सीसीएल प्रबंधन वार्ता को तैयार

विस्थापितों की मांगों को लेकर गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के नेतृत्व में डीवीसी और सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ सोमवार को चक्का जाम असरदार रहा. दोनों प्रबंधन द्वारा वार्ता का लिखित आश्वासन दिये जाने के बाद दिन लगभग साढ़े तीन बजे आंदोलन स्थगित कर दिया गया.

विस्थापितों की मांगों को लेकर गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के नेतृत्व में डीवीसी और सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ सोमवार को चक्का जाम असरदार रहा. दोनों प्रबंधन द्वारा वार्ता का लिखित आश्वासन दिये जाने के बाद दिन लगभग साढ़े तीन बजे आंदोलन स्थगित कर दिया गया. सांसद ने कहा कि दो दिसंबर को कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद से कोलकाता में और तीन दिसंबर को डीवीसी प्रबंधन के साथ डीवीसी मुख्यालय कोलकाता में उनके नेतृत्व में विस्थापितों की वार्ता होगी. इधर, रविवार की मध्य रात्रि से ही डीवीसी के बोकारो थर्मल व चंद्रपुरा पावर प्लांट और सीसीएल के कथारा, बीएंडके व ढोरी एरिया में आंदोलन शुरू हो गया था. बोकारो थर्मल में डीवीसी के 500 मेगावाट वाले पावर प्लांट का गेट मध्य रात्रि से ही आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया. आजसू के बेरमो प्रखंड अध्यक्ष मंजूर आलम, जिला महामंत्री जलेश्वर महतो ,सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र यादव, अमृत लाल मुंडा, धरम देव महतो, प्रफुल्ल ठाकुर, नरेश प्रजापति आदि नेतृत्व कर रहे थे. सोमवार की सुबह आंदोलनकारियों ने किसी कामगार को ड्यूटी जाने नहीं दिया. आंदोलनकारियों ने रविवार की रात लगभग एक बजे पावर प्लांट के लिए कोयला लेकर आये रेलवे रैक को चार घंट तक रोक कर रखा और सुबह पांच बजे वापस कर दिया. प्लांट के कोल यार्ड में चार दिनों का कोल स्टॉक था. आंदोलन को देखते हुए प्रबंधन ने बिजली उत्पादन को कम कर दिया था. एचओपी आनंद मोहन प्रसाद के निर्देश पर प्लांट में रविवार को द्वितीय पाली में ही द्वितीय पाली के अलावा रात्रि पाली व सोमवार की सुबह की पाली के कामगारों, इंजीनियरों को प्लांट बुला लिया गया था. सभी के खाने, पीने व आराम करने को लेकर गद्दा, रसद सामग्री आदि मंगा लिया गया था.

सोमवार को सांसद ने प्लांट गेट पर आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि डीवीसी व सीसीएल प्रबंधन लगातार विस्थापितों को छला, ठगा और उपेक्षित किया है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि ठोस व सार्थक परिणाम दिखना चाहिए. हक दिये बिना प्लांट को नहीं चलाया जा सकता है. विस्थापित नेता जानकी महतो, बालेश्वर यादव, राजेंद्र अग्रवाल, मुखिया विश्वनाथ महतो, पूर्व जिप सदस्य टिकैत महतो, प्रखंड अध्यक्ष मंजूर आलम, जिप सदस्य शहजादी बानो, खुश्बू कुमारी, सीमा देवी, प्रफुल्ल ठाकुर, सीताराम सोरेन ने भी संबोधित किया. अध्यक्षता मुखिया विश्वनाथ महतो तथा संचालन नरेश प्रजापति ने किया. आंदोलन स्थल में परसाबेड़ा की आदिवासी महिलाओं की टीम एवं गोनियाटो के अन्ना हजारे की टीम ने नृत्य व गान प्रस्तुत किया.

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