कसमार, एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) धनबाद की टीम ने शुक्रवार को कसमार में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रखंड कार्यालय से मनरेगा के दो कनीय अभियंताओं को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अभियंताओं में आशीष कुमार (निवासी ग्राम हजारी, थाना गोमिया, जिला बोकारो) और राजनी रंजन (निवासी ग्राम सुदना, थाना डाल्टनगंज, जिला पलामू) शामिल हैं. एसीबी की टीम ने दोनों को दबोचने के बाद प्रखंड कार्यालय में ही काफी देर तक पूछताछ की. इस दौरान दस्तावजों को भी खंगाला. इसके बाद दोनों को प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित उनके आवास ले गयी. कनीय अभियंताओं ने जब चाबी नहीं होने की बात कहीए तो एसीबी के अधिकारी आवास का ताला तोड़कर अंदर गये और वहां भी कई दस्तावेजों को खंगाला. मामला मनरेगा के तहत चल रही आम बागवानी योजना से जुड़ा है. योजना के तहत कसमार प्रखंड अंतर्गत गर्री पंचायत के बनकनारी निवासी हबीब अंसारी की पत्नी हलीमा खातून को बागवानी की स्वीकृति वर्ष 2024 में मिली थी. गांव के कई मजदूर पिछले एक साल से बागवानी योजना में काम कर रहे थे. योजना पूरी होने के बाद मजदूरी भुगतान के लिए आवेदन किया गया. आरोप है कि मजदूरी भुगतान की फाइल को पास करने और राशि निकालने के लिए कसमार प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित कनीय अभियंता आशीष कुमार ने उनसे पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग की. बिना रिश्वत दिये भुगतान रोकने की धमकी दी गयी. शिकायतकर्ता ने कसमार ब्लॉक की ऊपरी मंजिल पर दोनों अभियंताओं को पांच हजार रुपये दिये. एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों अभियंताओं को रिश्वत की रकम सहित रंगेहाथ दबोच लिया. गिरफ्तार अभियंताओं को एसीबी टीम अपने साथ लेकर धनबाद पहुंची. वहां उनसे पूछताछ की जा रही है.
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