बोकारो, सरना धर्म कोड राज्य के एक बड़ी आबादी के आस्था और अस्मिता का प्रतीक है. दशकों से इसको लेकर राज्य के लोग संघर्षरत है. झामुमो आदिवासी समाज के इस मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है. भविष्य में इसे लागू करने को लेकर हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगी. यह कहना है झामुमो बोकारो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव का. गुरुवार को एक बयान जारी कर श्री यादव ने कहा कि सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर नौ मई को घोषित एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन को देश की वर्तमान परिस्थिति और हालात के मद्देनजर स्थगित कर दिया गया है.
श्री यादव ने बताया कि झामुमो पार्टी सदैव देशहित को सर्वोपरि मानती है. भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गयी करवाई सराहनीय है. हर भारतवासी के मन में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर आक्रोश था. झामुमो आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार व भारतीय सेना की इस कार्रवाई के साथ है.आश्रितों को मुआवजा दे बीएसएल प्रबंधन, नहीं तो होगा आंदोलन
श्री यादव ने कहा कि बीएसएल में हुई दुर्घटनाओं में प्रभावित दोनों परिवार के प्रति झामुमो बोकारो महानगर परिवार संवेदना प्रकट करता है. प्रबंधन से मांग कि की दोनों दुर्घटनाओं की जांच हो. पहली घटना बुधवार को हुई, जिसमें कुर्मीडीह निवासी रघुनाथ महतो गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके दोनों पैर कट गये. वहीं पिछले दिनों प्लांट के अंदर हुई दुर्घटना में महुआर निवासी मनोज सागर घायल हो गये थे, जिनकी गुरुवार को मौत हो गयी. मनोज सागर का परिवार अत्यंत गरीब है और वह अपने परिवार का एकमात्र सहारा थे. दोनों पीड़ित परिवारों को तत्काल स्थायी नियोजन दिया जाये, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके. उन्होंने प्रबंधन से मांग कि है कि मृतक मनोज व घायल रघुनाथ महतो के परिवार को प्रत्येक को 50 लाख रुपये का मुआवजा अविलंब दिया जाए. प्रबंधन इस मामले में लीपापोती करने की बजाय नियमों के अनुसार पारदर्शी तरीके से उचित कार्रवाई सुनिश्चित करे, अन्यथा झामुमो चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है