पेटरवार, पेटरवार प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जारा कमार टोला दारिद में एक से पांचवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं की क्लास एक कमरे में ही ली जाती है. विद्यालय में एक ही सहायक अध्यापक नियुक्त हैं. जब शिक्षक मासिक गुरुगोष्ठी में भाग लेने व जरूरी रिपोर्ट जमा करने पेटरवार बीआरसी जाते हैं, उस दिन रसोईया के भरोसे विद्यालय चलता है. विद्यालय प्रखंड मुख्यालय से पांच किमी दूर दारिद पंचायत के जारा कमार टोला की चार डिसमिल जमीन पर स्थित है. इसमें एक टू एसीआर भवन और एक सिंगल कमरा का भवन बना है. करकट सीट के छप्पर में रसोई घर, दो चापाकल, एक शौचालय व चहारदीवारी बनी हुई है. दो चापाकल में से एक खराब है.
हिंदी व अंग्रेजी रीडिंग सीखने में पांचवीं कक्षा पार कर जाते हैं बच्चे
विद्यालय में शुरुआत में दो पारा शिक्षक थे. इनमें एक स्थायी शिक्षक बन कर अन्य विद्यालय में चले गये. इसके बाद से एक सहायक अध्यापक के भरोसे विद्यालय का संचालन हो रहा है. जो एक से पांच कक्षा के बच्चों को एक ही कमरे में बैठा कर क्लास लेते हैं. मासिक गुरु गोष्ठी के दिन या अन्य आवश्यक प्रतिवेदन जमा करने के लिए पेटरवार स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र जाते हैं, उस दिन रसोईया के भरोसे विद्यालय का संचालन होता है. ऐसी स्थिति में बच्चे हिंदी व अंग्रेजी रीडिंग सीखने में पांचवीं कक्षा पार कर जाते हैं.
32 बच्चे हैं नामांकित
इस विद्यालय में कुल 32 बच्चे नामांकित हैं. विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत नहीं होती है.
बता दें कि सरकार छह से 14 वर्ष के बच्चों को अनिवार्य, निःशुल्क एवं गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए बच्चों को छात्रवृत्ति, पोशाक, एमडीएम, पुस्तक, पत्रिका, पाठ्य व खेल सामग्री सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराती है. पर उचित देखरेख व व्यवस्था के अभाव से शैक्षणिक स्तर निम्न होता जा रहा है और अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है