Bokaro news : डीजीजीआइ जमशेदपुर ने 250 करोड़ रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़ा मामले में की कार्रवाई, सुबह सात बजे से देर शाम तक चली जांच, कारोबारी को किया डिटेन, चार गाड़ियोंं से पहुंची थी 10 से अधिक अधिकारियों की टीम.
चास/जमशेदपुर, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआइ) जमशेदपुर की टीम ने 250 करोड़ रुपये से अधिक के जीएसटी चोरी मामले में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. टीम ने चास के लोहा कारोबारी प्रदीप कलबलिया के यहां छापा मारा. कलबलिया पुरुलिया रोड स्थित चास नगर निगम के पुराना कार्यालय के समीप मानसरोवर अपार्टमेंट के ब्लॉक डी में रहते हैं. जांच के दौरान 50 लाख रुपये से अधिक नकद, कई दस्तावेज, मोबाइल, पेन ड्राइव, फर्जी चालान बुक, कंप्यूटर व लैपटॉप जब्त किये गये. कई बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई की जा रही है.डीजीजीआइ की टीम लंबे समय से प्रदीप कलबलिया की तलाश कर रही थी. लेकिन वह हर बार गच्चा दे रहा था. मंगलवार को जानकारी मिली कि वह घर पर ही हैं, तो टीम ने धावा बोल दिया. देर शाम तक उससे लगातार पूछताछ जारी थी. डीजीजीआइ के सूत्रों ने बताया कि लोहा कारोबारी प्रदीप कलबलिया को हिरासत में लेने की प्रक्रिया चल रही है. छापेमारी के दौरान अपार्टमेंट की चारों तरफ अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किये गये थे. हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जा रही थी. अपार्टमेंट से बाहर निकलने वालों के सामान की जांच की जा रही थी. प्रदीप के घर दूध सहित अन्य सामग्री पहुंचाने वालों को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया. बाद में अपार्टमेंट के गार्ड ने प्रदीप के आवास में रोजमर्रा के सामान पहुंचाए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार डीजीजीआइ जमशेदपुर की टीम ने सुबह सात बजे से ही चार गाड़ियों में चास थाना क्षेत्र के पुरुलिया रोड चास नगर निगम के पुराना कार्यालय के समीप मानसरोवर अपार्टमेंट के ब्लॉक डी में रहने वाले लोहा कारोबारी प्रदीप कलबलिया के घर पहुंची. दस से अधिक अधिकारियों ने प्रदीप कलबलिया के ठिकानों पर कारोबार से जुड़े कागजातों की जांच शुरू की. छापामारी अभियान को देखते हुए अपार्टमेंट के चारों तरफ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई. साथ ही अपार्टमेंट में आने जाने वाले पर भी नजर रखी जा रही थी. अपार्टमेंट से बाहर निकलने वाले लोगों के सामानों की भी जांच की जा रही थी. प्रदीप के घर दूध सहित अन्य सामग्री पहुंचाने वालों को भी सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया. बाद में अपार्टमेंट के गार्ड को प्रदीप के आवास में रोजमर्रा के सामान मंगवाने को कहा.बताते चलें कि डीजीजीआइ ने 23 जुलाई को 200 करोड़ के फर्जी इन्वॉयस (चालान) काटने के मामले में धनबाद के हीरापुर निवासी अवनीश जायसवाल और मटकुरिया निवासी मो फैजल खान को गिरफ्तार किया था. मंगलवार को प्रदीप के ठिकाने पर की गयी छापेमारी का इनपुट अवनीश व फैजल के ठिकानों से ही मिला था. दस्तावेजों के आधार पर अवनीश व फैजल को गिरफ्तार कर जमशेदपुर लाया गया और दोनों का बयान दर्ज कराया गया था.
लोहा-स्टील कारोबार में नकली बिलिंग से कर रहे थे जीएसटी चोरी व मनी लॉन्ड्रिंग
छापेमारी का नेतृत्व कर रहे डीजीजीआइ जमशेदपुर के अपर निदेशक सार्थक सक्सेना ने बताया कि सिंडिकेट झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों में सक्रिय है. यह सिंडिकेट फर्जी कंपनियों के माध्यम से लोहा-स्टील कारोबार में नकली बिलिंग कर बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त है. डीजीजीआइ के अधिकारी घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल सबूतों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रहे हैं.
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