बोकारो, समाहरणालय सभाकक्ष में उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार की अध्यक्षता में पेयजल एवं स्वच्छता समिति की ओर से यूनिसेफ सहयोगी आइडीएफ के सहयोग से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज- 02 अंतर्गत कार्यशाला आयोजित हुई. डीडीसी ने सभी मुखिया व जलसहिया को निर्देशित किया कि सामुदायिक शौचालयों को पूर्ण रूप से कार्यरत रखा जाये. वहीं सभी महिला उच्च विद्यालय में एमएचएम लैब का निर्माण कराया जाये, ताकि महिला व लड़कियां सुरक्षित वातावरण में शौचालय व लैब का उपयोग कर सके. कार्यशाला में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव-प्रबंधन समेत पर्यावरणीय स्थायित्व विषय पर चर्चा की गयी. प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई व पृथककरण शेड के नियमित संचालन, रखरखाव व सामुदायिक सहभागिता से गीले व सूखे कचरे के पृथक्करण पर जोर दिया गया. आइडीएफ के जिला समन्वय घनश्याम ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन से ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के बारे में बताया. घनश्याम ने कहा कि सभी संरचनाओं के संचालन के लिए ग्राम पंचायत विकास योजना में लेने की जरूरत है. साथ ही गांव को 100% स्वच्छ (मॉडल) व हर घर जल से आच्छादित को ध्यान में रखते हुए टाइट फंड के अंतर्गत योजना का चयन करें. मुखिया व जलसहिया ने क्षेत्र से संबंधित कार्य के बारे में अनुभव साझा किया. बैठक में कार्यपालक अभियंता स्वच्छता प्रमंडल चास रामप्रवेश राम समेत अन्य मौजूद थे.
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