बोकारो, ईसाई समाज का प्रमुख पर्व गुड फ्राइडे शुक्रवार को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया. संत मेरी चर्च-सेक्टर चार में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गयी. पादरी ने कहा कि मानव जाति को पाप से मुक्ति दिलाने के लिए स्वयं निर्दोष होते हुए भी सूली पर चढ़ गये. प्रभु यीशु के क्रूस पर चढ़ने के पहले जो सात वचन मानव को उपदेश के रूप में दिया था, उसे सुनाते हुए कहा कि मानव को कोई ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे.
पादरी ने कहा कि प्रभु यीशु अपने बच्चों के सभी पाप व उनके द्वारा किये गये कर्मों को अपने ऊपर लेकर संसार को मुक्ति दिलाने का कार्य किया. आज ही के दिन आततायियों ने प्रभु यीशु को क्रूस पर लटका दिया था. प्रभु यीशु के दु:ख भोग का स्मरण कर लोग द्रवित हो उठे. चर्च में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए लोगों ने प्रभु यीशु की उपासना कर प्रार्थना सभा में भाग लिया.प्रभु ईसा मसीह को ईसाई समाज ने किया याद
यहां उल्लेखनीय है कि ईस्टर रविवार से तीन दिन पूर्व प्रति वर्ष गुड फ्राइडे मनाया जाता है. ईस्टर इसाई धर्म मे पवित्र दिन माना जाता है, जिस दिन प्रभु तीन दिन बाद पुनः जीवित होकर अपने बच्चों की देखभाल करने लगे. गुड फ्राइडे को प्रार्थना सभा के बाद शोक सभा का आयोजन हुआ. इस अवसर पर बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने ईसा मसीह के जीवन व बलिदान पर चर्चा की.40 दिनों से उपवास कर रहे व्रतधारियों के लिए फलाहार
चर्च में दोपहर 12 बजे से विशेष प्रार्थना शुरू हुई, जो शाम च बजे तक जारी रही. मसीही समाज ने विशेष आराधना की. आराधना के बाद 40 दिनों से उपवास कर रहे व्रतधारियों व समस्त मसीहीजनों के लिए फलाहार व भोज का आयोजन किया गया. 40 दिन का संयम काल जो, भस्म बुधवार से शुरू होता है. वह दुःख भोग सप्ताह पर जाकर संपन्न होता है.आज मनेगा मौन दिवस, सेक्टर छह कब्रिस्तान में इस्टर आराधना कल
19 अप्रैल को मौन दिवस के रूप में मनाया जायेगा. इस्टर की आराधना रविवार की सुबह पांच बजे से सेक्टर छह स्थित कब्रिस्तान में होगी. चर्च भवन में विशेष आराधना होगी. इस्टर को प्रभु यीशु मसीह के मृतकों में से जी उठने व मृत्यु पर विजय प्राप्त करने के रूप में मनाया जाता है. मसीहीजनों ने बीते रविवार 13 अप्रैल को खजूर रविवार (पाम संडे) के रूप में मनाया.
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