कसमार, सामंतवादी व महाजनी शोषण के खिलाफ संघर्ष की मिसाल बने कसमार के गर्री निवासी झारखंड आंदोलनकारी कैलाश रजवार का 45वां शहादत दिवस पर गुरुवार को कसमार बाजारटांड़ स्थित स्मारक स्थल के सामने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि, राज्य के पेयजल व स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि कैलाश रजवार की प्रतिमा स्थापना अब प्रतीक्षा में नहीं रहेगी. उन्होंने घोषणा की कि बहुत जल्द उपयुक्त स्थान का चयन कर प्रतिमा लगायी जायेगी. साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन की आदमकद प्रतिमा भी कसमार में स्थापित की जायेगी. मंत्री ने कहा कि गोमिया विधानसभा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है. आने वाले महीनों में विकास की गति और तेज होगी.
इन्होंने किया संबोधित
सभा को पूर्व विधायक बबीता देवी, प्रमुख नियोती कुमारी, जिला सचिव मुकेश कुमार महतो, केंद्रीय सदस्य राधानाथ सोरेन, पूर्व जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, मनोहर मुर्मू, जयनारायण महतो, अशोक मुर्मू, कृष्णा महतो, फारूख अब्दुल्ला, जयप्रकाश हांसदा, शास्त्री मुर्मू समेत कई नेताओं ने संबोधित किया कहा कि कैलाश रजवार का बलिदान गरीबों और वंचितों के संघर्ष की अमिट गाथा है.
कार्यक्रम की शुरुआत शहीद कैलाश रजवार के पैतृक घर से हुई, जहां से जुलूस की शक्ल में सैकड़ों कार्यकर्ता सभा स्थल तक पहुंचे. इस अवसर पर शहीद की विधवा शांति देवी और पुत्र सह झामुमो नेता सिकंदर कपरदार भी मौजूद थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलीप हेंब्रम व संचालन सोहेल अंसारी ने किया. मौके पर मो शेरे आलम, सुभाष चंद्र हजाम, बिनोद बिहारी महतो, इरफान अंसारी, मिथीलेश तिवारी, धनंजय स्वर्णकार, शक्तिधर महतो, गंगाधर महतो, मुरारी कृष्ण चौबे, अर्जुन साव, संजू देवी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

