कसमार, कसमार प्रखंड के मुरहूलसुदी स्थित काशीटांड़ में शुक्रवार को बरद खूंटा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि गोमिया के पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि गांवों की गलियां अब पीसीसी पथों में बदल चुकी हैं, जिससे कई जगहों पर पारंपरिक बरद खूंटा का आयोजन संभव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में इस तरह का सामूहिक आयोजन सराहनीय पहल है. आने वाले वर्षों में इसे और भी भव्य रूप में मनाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सोहराय पर्व हमारी झारखंडी संस्कृति की आत्मा है. इसे जीवित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है. इस दौरान पूर्व विधायक समेत स्थानीय ग्रामीण ढोल नगाड़े की थाप और सोहराय के पारंपरिक गीतों पर झूमे. पहली बार एक ही स्थल पर इस तरह का सामूहिक आयोजन होने से ग्रामीणों में उत्साह देखने को मिला. कार्यक्रम में आठ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. दुलार महतो समूह (मुरहूलसुदी) को प्रथम, सुनील कुमार महतो समूह को द्वितीय व नारायण महतो समूह को तृतीय पुरस्कार को दिया गया. डॉ महतो ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों (दलों) को पुरस्कृत किया. मौके पर मुखिया सरिता देवी, मनोज कुमार महतो, रूपेश कुमार महतो, उमेश कुमार जायसवाल, उमेश कुमार महतो, नरेश महतो, फणींद्र महतो समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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