चास, भाजपा झारखंड प्रदेश के आह्वान पर गुरुवार को बोकारो विधानसभा भाजपा की ओर से चास प्रखंड कार्यालय में प्रदर्शन किया गया. नेतृत्व पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने किया. इससे पहले पैदल मार्च निकाला गया. पूर्व विधायक श्री नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार में राज्य की स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है. राज्य की विधि-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. राज्य सरकार के संरक्षण में अपराधी, माफिया व बिचौलियों ने पूरे सरकारी तंत्र पर कब्जा जमा लिया है. इनका विरोध करने पर हत्या, बिना कारण मुकदमे, धमकी, फिरौती जैसी सजा सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भुगतने के लिए विवश होना पड़ रहा है. सरकारी रजिस्टर में दर्ज आंकड़े बता रहे की राज्य में प्रतिमाह 5000 से अधिक हत्या, लूट, बलात्कार, डकैती जैसे गैर जमानती आपराधिक मामले घटित हो रहे हैं. पूर्व विधायक श्री नारायण ने कहा कि विगत दिनों संथाल परगना के सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की राज्य की पुलिस द्वारा एनकाउंटर दिखाकर हत्या कर दी गयी. राज्य पुलिस जिन्हें अपराधी बता रही है वे लोकतांत्रिक तरीके से राज्य में विभिन्न दलों के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे. सामाजिक कार्यकर्ता के नाते 250 से अधिक गरीब आदिवासी बच्चों को पढ़ाते थे. क्षेत्र में व्याप्त अवैध उत्खनन, पत्थरों की तस्करी का विरोध करते थे, जो माफिया तत्वों को पसंद नहीं था. कहा कि सूर्या हांसदा पर कोई वारंट नहीं था. 14 मुकदमों में वे बरी हो चुके थे, पांच पर जमानत मिल गयी थी. बावजूद पुलिस इन्हें अपराधी बताकर घर से उठाती है, टॉर्चर करती है और फिर गोली मार देती है. पुलिस ने मीडिया को भी फर्जी एनकाउंटर की जानकारी नहीं दी. इससे साफ है कि यह एनकाउंटर नहीं हत्या है. क्षेत्र की जनता, उनके परिजन सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच सीबीआइ से कराना चाहते है, लेकिन हेमंत सरकार राज्य की एजेंसी के माध्यम से लीपापोती में जुटी है. कहा कि एक तरफ राज्य में आदिवासियों की हत्याएं हो रही वही दूसरी ओर आदिवासी रैयतों की नगड़ी में खेतिहर जमीन को रिम्स दो के नाम पर राज्य सरकार किसानों को उजाड़ने पर अड़ी हुई है . कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन के माध्यम से ध्यानाकर्षित कराते हुए सूर्या हांसदा की हत्या की सीबीआइ जांच कराने व नगड़ी के रैयतों को रिम्स दो के नाम पर छीनी जा रही जमीन किसानों को वापस दिलाने के लिए राज्य सरकार को निर्देशित करने की मांग की. प्रदर्शन में भाजपा नेता मुकुल ओझा, कमलेश राय, डॉ परिंदा सिंह, धीरज झा, मुकेश राय, एसटी मोर्चा जिलाध्यक्ष रघुनाथ टुड्डू, आरती राणा, मनराज सिंह, जयप्रकाश तापड़िया, चक्रधर शर्मा, माथुर मंडल, ऋषभ राय, त्रिपुरारी तिवारी, अवधेश यादव, हरीश सिंह, अविनाश सिंह, विनय किशोर, पन्नालाल कांदू, अमर स्वर्णकार, हरिपद गोप, विक्की राय, बाटुल प्रमाणिक, करमचंद गोप, सुजीत चक्रवर्ती, मोहन गोराई, ऋतु रानी सिंह, प्रीति गुप्ता, बबिता देवी, कुमकुम राय सहित अन्य उपस्थित थे.
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