बोकारो, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा करनेवाले पश्चिम बंगाल के यूसुफ व सूफानी खातून के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी. उपायुक्त विजया जाधव के आदेश पर चास प्रखंड के सामाजिक सुरक्षा कोषांग के प्रभारी सहायक सुदीप कुमार झा ने चास थाना में मामला दर्ज कराया. आवेदन में श्री झा ने कहा है कि डीसी कार्यालय (सामाजिक सुरक्षा कोषांग) के पत्र के अनुसार झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत सरकारी राशि के गबन के उद्देश्य से फर्जीवाड़ा किया गया. फर्जीवाड़ा करनेवाले यूसुफ (पत्तागोडा, बडाखांती, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल) व सूफानी खातून (मोतीबिट्टा, कांटी, झारगांव, उत्तर दिनानपुर, पश्चिम बंगाल) हैं. प्राथमिकी में कहा गया है कि प्रथम आरोपी यूसुफ ने विभिन्न फर्जी नाम बदलकर डाटा की एंट्री की. इसमें 67 आवेदन इंडसइंड बैंक के खाता संख्या-100253387047 के तहत किये.
वहीं, दूसरी आरोपी सूफानी खातून ने विभिन्न फर्जी नाम बदलकर आठ आवेदन चास प्रखंड में किये. इसमें इंडसइंड बैंक का खाता-100253493007 नंबर का उल्लेख था. शिकायत के अनुसार, आवेदन पत्रों के साथ एंट्री किये गये राशन कार्ड की जांच जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने की. सभी राशन कार्ड की विवरणी फर्जी पायी गयी. एंट्री किये गये सीएससी संचालक का आइडी की जांच जिला परियोजना पदाधिकारी यूआइडी से करायी गयी. जांच के बाद प्रतिवेदन दिया गया है कि ऑनलाइन एंट्री सीएचसी संचालक आइडी 243621130028 वीइइ बिल्लू कुमार रवि, पैरेंट आइडी उपेंद्र प्रसाद जिला पलामू द्वारा किया गया.इंडसइंड बैंक के शाखा प्रबंधक ने दिया प्रतिवेदन
शाखा प्रबंधक (इंडसइंड बैंक सेक्टर चार) बोकारो के रेफरेंस डब्ल्यू0000000081183, पांच फरवरी 2025 द्वारा प्रतिवेदन किया गया है कि चास प्रखंड के तहत 87 बार झारखंड मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों का बैंक खाता संख्या 100253387047 युसुफ (पतागोडा, बडाखांती, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल) के नाम से संधारित है. दो बार लाभुकों का बैंक खाता संख्या 100253493007 सूफानी खातून (मोतीबिट्टा, कांटी, झारगांव, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल) के नाम से संधारित है. संबंधित बैंक के खाताधारी द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए ऑनलाइन दर्ज आवेदन में गलत राशन कार्ड संख्या दर्ज किया गया है. साथ ही अलग-अलग प्रखंडों से ऑनलाइन आवेदन किया गया है. इससे स्पष्ट होता है कि संबंधित द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी राशि के गबन के उद्देश्य से फेंक ऑनलाइन आवेदन किया गया है. दोनों अभियुक्तों पर प्राथमिकी दर्ज की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है