चास, जिला कृषि कार्यालय एवं आत्मा के संयुक्त तत्वावधान में संयुक्त कृषि भवन बोकारो में मंगलवार को जिला स्तरीय खरीफ कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन जिला स्तरीय पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने किया. जिला कृषि पदाधिकारी मो शाहिद ने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे बीज विनिमय एवं वितरण योजना, बिरसा फसल विस्तार योजना, प्रति बूंद अधिक फसल योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना आदि की जानकारी दी. उन्होंने खरीफ मौसम की प्रमुख फसलें धान, मक्का एवं मूंग की उन्नत खेती तकनीक के साथ-साथ प्रमुख कीट, रोग एवं खरपतवार प्रबंधन पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया . भूमि संरक्षण पदाधिकारी शशि रंजन ने मुख्यमंत्री ट्रैक्टर वितरण योजना, डीप बोरिंग, परकोलेशन टैंक, तालाब जीर्णोद्धार योजना एवं कृषि यांत्रिकीकरण योजना के बारे में विस्तार से बताया और किसानों को कृषि यंत्रों के प्रयोग की तकनीक समझायी. कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक ने किसानों को धान, मक्का और मूंग जैसी खरीफ फसलों की आधुनिक खेती पद्धतियों पर विशेष जोर देने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि किसान उन्नत किस्मों का चयन करें, संतुलित उर्वरक प्रबंधन अपनायें, दलहनी फसलों में राइजोबियम कल्चर का प्रयोग करें और कीट-रोग नियंत्रण के लिए समन्वित कीट प्रबंधन तकनीक पर ध्यान दे. खरपतवार प्रबंधन के लिए शुरुआती 20–25 दिनों में निराई-गुड़ाई या शाकनाशी का उपयोग करने तथा खेतों में जल संरक्षण तकनीक अपनाने की भी सलाह दी. कहा कि कार्यशाला से मिली तकनीकी जानकारियों को खेतों में अमल में लाने के साथ-साथ अपने क्षेत्र के अन्य किसानों तक भी पहुंचायें. कार्यशाला में आत्मा के उप परियोजना निदेशक, जेएसएलपीएस के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, एटीएम, बीटीएम, कृषक मित्र और प्रगतिशील किसान बड़ी संख्या में मौजूद थे.
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