बोकारो, आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से तुपकाडीह चौक पर बुधवार को कुड़मी समर्थक आदिवासी नेताओं का पुतला दहन कर विरोध किया गया. नेतृत्व सेंगेल के बोकारो जिला संयोजक भीम मुर्मू ने किया. बोकारो जोनल हेड सह जिलाध्यक्ष सुखदेव मुर्मू ने कहा कि 20 सितंबर को कुड़मी/महतो समाज ने रेल टेका डहर छेका आंदोलन कर आदिवासी बनने का दावा किया. लेकिन वह किसी भी तरह से आदिवासी नहीं है. वे आदिवासियों के हकमारी के लिए आदिवासी बनना चाहते हैं. बड़े दुर्भाग्य की बात है, आज केवल आरक्षण लाभ के लिये कुछ जातियां आदिवासी सूची में शामिल होकर आदिवासियों के अधिकार और भाषा संस्कृति को नष्ट करने पर अमादा है. प्रदेश संयोजक करमचंद हांसदा ने कहा कि इन सबको समर्थन करने वाले झामुमो पार्टी को दोषी ठहराया. पुतला दहन में प्रदेश संयोजक जयराम सोरेन, गोपीनाथ मुर्मू, आनंद टुडू, सरस्वती हांसदा, अनिता किस्कू, सावित्री मुर्मू, उपेंद्र हेंबरम, राखो किस्कू, पीतांबर सोरेन, बुटान बेसरा, रोहन मुर्मू, विरेंद्र सोरेन, सोनाराम मुर्मू, नागेश्वर मुर्मू,पानबाबू हांसदा, संजय किस्कू, मोतीलाल सोरेन, सुकुरमनी मार्डी आदि दर्जनों महिला पुरुष शामिल थे.
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