बोकारो, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक महात्मा डॉ. सैमुअल हैनीमेन के 270वीं जयंती पर लखनऊ के अटल बिहारी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में होमियो शक्ति-2025 का आयोजन गुरुवार को हुआ. इसमें होम्योपैथिक के क्षेत्र में रिसर्च करने वाले व होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से असाध्य रोगों का उपचार करने वाले को होम्यो शक्ति-2025 अवार्ड से सम्मानित किया गया. झारखंड के बोकारो के एकमात्र होम्योपैथी के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ प्रीतम कुमार को शाइनिंग स्टार ऑफ होम्योपैथी-2025 से सम्मानित किया गया. डॉ प्रीतम को आयुष जगत के पुरोधा डॉ तुलसी ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
जिले में खुशी का माहौल
डॉ प्रीतम कुमार की उपलब्धि से उनके घर-परिवार व हित-मित्र के साथ-साथ बोकारो में खुशी का माहौल है. कार्यक्रम में मूल रूप से उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, एनआइएच लखनऊ के निदेशक और प्राचार्य के साथ-साथ कई गणमान्य हस्तियां भी उपस्थित थे.
होम्योपैथिक में संभव है जटिल बीमारियों का इलाज
प्रभात खबर से विशेष बातचीत के दौरान डॉ प्रीतम ने शुक्रवार को बताया कि वह 25 वर्षों में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े हैं. कहा कि जहां कई सारी जटिल बीमारियों का इलाज असंभव और बहुत महंगी होती है, वहीं होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति द्वारा जटिल बीमारियों का इलाज आसानी से और कम कीमत पर होता है. इसकी जरूरत समाज के सभी वर्गों के लिए आवश्यक है. आमजन बिना किसी साइड इफेक्ट वाले चिकित्सा पद्धति का उपयोग करें और स्वस्थ रहें.
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