बोकारो, विस्थापित संघर्ष मोर्चा व झारखंड नवनिर्माण सेना की संयुक्त बैठक बालीडीह इंद्रालय प्रांगण में गुरुवार को हुई. अध्यक्षता असरुद्दीन अंसारी ने की. बैठक में बोकारो स्टील लिमिटेड (बीएसएल) प्रबंधन से विस्थापितों की बहाली, उम्र सीमा में छूट व मूल रैयतों की भूमि वापसी समेत कई महत्वपूर्ण मांगें उठाये गये. सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मांगों को लेकर 13 अक्तूबर को को प्रशासनिक भवन के सामने टू टैंक गार्डन परिसर में पूर्वाह्न 11 बजे से शाम पांच बजे तक लोकतांत्रिक तरीके से धरना दिया जायेगा.
विस्थापितों को नियोजन में आयु सीमा में छूट देने की मांग
बैठक में यह कहा गया कि बैक लॉक में एकमुश्त 20,000 विस्थापित, अशिक्षित, शिक्षित व प्रशिक्षु महिला-पुरुषों को उनकी योग्यता के अनुसार डीपीएलआर के माध्यम से विभागीय नौकरी दी जाये. साथ ही, विस्थापितों को नियोजन में 45 वर्ष तक की आयु सीमा में छूट देने की मांग की गयी. बताया गया कि प्रशासनिक भवन व बीजीएच (बोकारो जनरल हॉस्पिटल) में एटेंडेंट, पीउन, नर्स, आया, सफाई मजदूर व टेक्नीशियन जैसे कर्मियों की भारी कमी है. इससे मरीजों को गंभीर परेशानी उठानी पड़ रही है.अधिग्रहित जमीनों को अतिक्रमणमुक्त कर मूल रैयतों को दी जाये
विस्थापित संघर्ष मोर्चा के संरक्षक गुलाबचंद ने कहा कि प्रशासनिक भवन व बीजीएच में लिफ्ट बंद रहना अब आम बात हो गयी है, जिससे मरीजों को असुविधा होती है. बैठक में यह भी मांग रखी गयी कि बीएसएल द्वारा अधिग्रहित जमीनों पर अवैध कब्जा व अतिक्रमण को हटाकर मूल रैयतों या उनके वंशजों को क्षतिपूर्ति सहित भूमि लौटायी जाय. बैठक में धीरेंद्र नाथ गोस्वामी, रामप्रसाद मांझी, नसीरुद्दीन अंसारी, इंद्र केवट, परशुराम राय, राजमणि, प्रतिमा दीगर, सामी देवी, लक्ष्मी देवी, पूजा देवी, चुनी देवी आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

