चंदनकियारी, चंदनकियारी के सरकारी विद्यालयों का हाल बेहाल है. सरकार जहां स्मार्ट क्लास, मॉडल शिक्षा व्यवस्था समेत कई सुविधाओं की बात करती है, वहीं हकीकत इससे अलग है. चंदनकियारी प्रखंड के रंगामटिया मध्य विद्यालय में कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. विद्यालय में ना पर्याप्त संसाधन हैं, और ना ही भवन की स्थिति ठीक है. विद्यालय भवन व कमरों की छत जर्जर हो चुकी है. खिड़की-दरवाजे की भी हालत खराब है. बच्चे जर्जर छत के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं, किसी भी समय जर्जर छत का टुकड़ा गिर कर बच्चों के साथ दुर्घटना घट सकती है. जर्जर खिड़की के कारण संसाधनों की चोरी की आशंका बनी रहती है. खाद्यान्न भंडार, कार्यालय में रखे अन्य सामग्री नष्ट होने की भी आशंका रहती है. आठ कक्षाएं संचालित की जाती है. 83 विद्यार्थी नामांकित है. एक सरकारी व दो पारा शिक्षक पदस्थापित हैं.
गांव से बाहर सुनसान स्थल पर स्थित है विद्यालय
गांव से बाहर सुनसान स्थल पर स्थित विद्यालय में मात्र दो कमरे हैं. जंगल के बीच स्थित विद्यालय में चहारदीवारी नहीं है. बच्चें एमडीएम भी खुले में खाते हैं. विद्यालय के आस-पास घने जंगल होने के कारण बच्चों को जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है. शौचालय की स्थिति भी ठीक नहीं है.विद्यालय प्रबंधन समिति ने शिक्षा विभाग को समस्याओं से कराया है अवगत
रंगामटिया मध्य विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों ने शिक्षा विभाग को आवेदन देकर विद्यालय की समस्याओं से अवगत कराया है. समिति ने विद्यालय की चहारदीवारी का निर्माण कराने की मांग करते हुए कहा है कि विद्यालय में कई बार चोरी हो चुकी है. विद्यार्थी भी असुरक्षित हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है