बोकारो, बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (बीएकेएस) ने अधिशासी निदेशक मानव संसाधन को शुक्रवार को पत्र लिखकर ह्यूमन कैपिटल मैनेजमेंट (एचसीएम) सिस्टम को कर्मचारी फ्रेंडली बनाने की मांग की है. बीएकेएस ने आरोप लगाया है कि सरकार, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की तरफ से प्रशंसा मिलने की लालच में बीएसएल प्रबंधन की ओर से बगैर जमीनी हकीकत जाने ही एचसीएम सिस्टम को लागू कर दिया गया. साथ हीं कार्मिकों को बगैर पर्याप्त प्रशिक्षण दिये हीं इसे एक मार्च 2025 से प्रभावी भी कर दिया गया.
अधिकारी- कर्मचारी को हो रही परेशानी
बीएकेएस ने कहा कि इसके बाद प्रबंधन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्वयं ही अपनी पीठ थपथपाने का अनुकरण किया कि बीएसएल, डीपीडीपी अधिनियम 2023 को अनुपालन करने का पहली सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई है. लेकिन, इसके सुचारु क्रियान्वयन के लिए ना तो कर्मचारियों के लिए किसी प्रकार की प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी और न ही कर्मचारियों को मोबाइल-लैपटॉप एडवांस की सुविधा ही प्रदान की जा रही है. इससे अधिकारी व कर्मचारी वर्ग को परेशानी हो रही है.
कर्मियों को दिया जाये प्रशिक्षण
एचसीएम प्रणाली, अटेंडेंस अपडेशन व मानव संसाधन विभाग के कार्यों के सुगमता के लिए एक नयी प्रणाली है, जिसके संचालन में अधिकारी वर्ग के साथ कर्मचारी वर्ग तक को कठिनाई हो रही है. यह पूरी तरह इंटरनेट-कंप्यूटर-मोबाइल आधारित व्यवस्था है. संचालन में कई वरिष्ठ कर्मचारी, सामान्य साक्षर कर्मचारी अभी तक अनिभिज्ञ है. इसी के आलोक में यूनियन ने मांग की है कि एचसीएम का पूर्ण प्रशिक्षण सभी कार्मिकों को दिया जाय.
समस्याओं के निवारण के लिए प्रत्येक विभाग में एक-दो अधिकारी की हो नियुक्ति
बीएकेएस ने मांग की है कि जब तक एचसीएम के संचालन के लिए जरूरी सुविधाएं प्रबंधन की ओर से प्रदान नहीं की जाती है, तब के लिए बीएसएल में पदस्थ कर्मचारियों के वर्तमान स्थिति व उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक विभाग में एक-दो ऐसे अधिकारी की नियुक्ति की जाये, जो इस प्रकार की समस्याएं के निवारण के लिए उत्तरदायी हो. साथ ही नियुक्त अधिकारी कम पढ़े लिखे कर्मचारियों को इस विषय पर पूर्ण सहयोग करें. इस संबंध में बीएकेएस बोकारो के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि दो से चार लाख वेतन लेने वाले अधिकारी वर्ग को एचसीएम प्रणाली के संचालन के लिए स्मार्टफोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, इंटरनेट, वाईफाई आदि की सुविधा अलग से दी जा रही है, जबकि हजार के आंकड़े में वेतन लेने वाले बीएसएल कार्मिकों को अपने पैसे से खरीदे स्मार्ट फोन-लैपटॉप से खुद प्रशिक्षण लेकर एचसीएम प्रणाली का प्रयोग करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

