बोकारो, इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित देश की सबसे प्रतिष्ठित संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (जेइइ मेन) 2025 के दूसरे व अंतिम सत्र का परिणाम शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे जारी कर दिया गया. पहले सत्र की तरह इस बार भी बोकारो के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए दमखम बरकरार रखा. दर्जनों छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 18 मई को होनेवाली जेइइ एडवांस्ड की परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया है.
जेइइ एडवांस्ड की परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 23 अप्रैल से होगा शुरू
उल्लेखनीय है कि एनटीए की ओर से जेइइ मेन दो सत्रों में आयोजित की गयी थी. पहले सत्र की परीक्षाएं 22-31 जनवरी की अवधि में हुई थीं. वहीं, दो से नौ अप्रैल की अवधि में दूसरे सत्र परीक्षाएं ली गयी थीं. बोकारो के दो परीक्षा केंद्रों पर 3030 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. अब आगामी 18 मई 2025 को जेइइ एडवांस्ड का आयोजन किया जायेगा. इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 23 अप्रैल से शुरू होगा. आवेदन दो मई तक किया जा सकता है.
संत जेवियर्स स्कूल के दिप्तेश को 99.82 परसेंटाइल
संत जेवियर्स स्कूल बोकारो के दिप्तेश गुप्ता 99.82 परसेंटाइल के साथ स्कूल टॉपर बने है. स्कूल के ही धीरेन मल्हान को 98.01 परसेंटाइल व नैतिक पटनायक को 97.09 परसेंटाइल मिले है. सभी सफल विद्यार्थियों को प्राचार्य फादर अरुण मिंज एसजे सहित उप प्राचार्य व उप प्राचार्या ने बधाई दी. श्री मिंज ने कहा : विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत रंग लाई है. शिक्षकों के लगातार मार्गदर्शन से स्कूल को पुन: एक बार गौरव हासिल हुआ है.रेगुलर पढ़ाई ही आपकी सफलता की गारंटी
यह मायने नहीं रखता कि आप कितना पढ़ते हैं. रेगुलर पढ़ाई आपकी सफलता की शत-प्रतिशत गारंटी है. जिस चैप्टर को पढ़ना शुरू करें, उसे उसी दिन खत्म करें. इसमें चाहे छह या 10 घंटे लगे. किसी भी हाल में चैप्टर आधा-अधूरा छोड़कर अगले दिन की पढ़ाई का इंतजार बिल्कुल ना करें. ऐसा करने से पढ़ाई का रिदम टूटेगा. साथ ही पढ़ाई के प्रति आपकी दिलचस्पी भी घटेगी. यह बातें जेइइ मेन के 99.82 परसेंटाइल हासिल कर टॉपर बनने वाले संत जेवियर स्कूल के छात्र दिप्तेश गुप्ता ने प्रभात खबर से बातचीत में शनिवार को कहीं. दिप्तेश के पिता देवाशीष गुप्ता संत जेवियर स्कूल बोकारो में वाइस प्रिंसिपल हैं, जबकि माता निवेदिता गुप्ता गृहिणी है. पिता श्री गुप्ता ने बताया कि दिप्तेश की रूटीन आम बच्चों से कुछ ज्यादा अलग नहीं है. खास बात है कि दिप्तेश जिस चैप्टर को पढ़ना शुरू करता है, उसमें छह घंटे लगे या 10 घंटे. उस वक्त केवल और केवल पढ़ाई पर फोकस रहता है. माता निवेदिता ने बताया उसकी जिद व जुनून ही उसकी सफलता की गारंटी बनी. एक बार जो संकल्प कर लेता है. उसे पूरा करके दम लेता है. दिप्तेश फिलहाल बीएस सिटी सेक्टर 5बी में रहता है, जबकि वह मूल रूप से चितरंजन का रहने वाला है. दिप्तेश की सफलता पर प्राचार्य फादर अरुण मिंज एसजे, वाइस प्रिंसिपल दीपक चौधरी, वाइस प्रिंसिपल सिस्टर बेंसी, वाइस प्रिंसिपल सिस्टर नैंसी, वाइस प्रिंसिपल सिस्टर जेंसी सहित स्कूल के शिक्षकों ने हर्ष व्यक्त किया साथ ही बधाई दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है