जैनामोड़, जरीडीह थाना क्षेत्र के गांगजोरी गांव के रहनेवाले 45 वर्षीय जगेश्वर तुरी (पिता भुटू तुरी) की हत्या बुधवार को हो गयी. सुबह नौ बजे शव जंगल में पड़ा मिला. हत्या कुल्हाड़ी से वार कर की गयी. जगेश्वर बुधवार की सुबह सात बजे बकरियों के लिए पत्ता तोड़ने घर से दो किलोमीटर दूर जोरिया किनारे के जंगल में गया था. वह सुबह नौ बजे तक घर नहीं पहुंचा, तो पत्नी उपासी देवी जंगल में खोजने निकल गयी. उपासी ने देखा कि जगेश्वर झाड़ियाें में गिरा हुआ है. उसकी गर्दन व चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे. किसी ने कुल्हाड़ी से वार कर जगेश्वर की हत्या कर दी थी.
उपासी देवी ने जरीडीह थाना पुलिस से पति की हत्या की शिकायत की है. उसने पुलिस को बताया कि करमा पर्व पर नाच-गान के दौरान गांव के पीतांबर तुरी से जगेश्वर का झगड़ा हुआ था.बाबा के बताने पर पीतांबर तुरी से बढ़ा
झगड़ा
उपासी देवी ने बताया कि इसी दौरान पीतांबर की बेटी का तबीयत खराब हो गयी. पीतांबर ने पटना के किसी बाबा से पूजा-पाठ करवाया. बाबा ने उसे बताया कि उसकी बेटी को जगेश्वर तुरी ने कुछ किया है. जिसके बाद झगड़ा बढ़ता गया. उपासी मंगलवार को थाना जाने वाली थी, लेकिन कुछ कारणवश वह नहीं जा पायी. इसी बीच बुधवार को वारदात सामने आ गयी. जरीडीह पुलिस ने शव का पंचनामा बना पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. शव के पास से कुल्हाड़ी जब्त की गयी है. जरीडीह थाना प्रभारी विपिन कुमार महतो ने बताया कि आपसी रंजिश में यह घटना घटी है. पुलिस उपासी देवी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

