फुसरो, बेरमो सब डिवीजन में कार्यरत मानव दिवस कर्मियों ने बकाया मानदेय भुगतान सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को फुसरो सबस्टेशन के समक्ष धरना दिया. अनुज कुमार ने बताया कि रायल इंटरप्राइजेज द्वारा 28 कर्मचारियों का 10 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया है. मुन्ना खान ने कहा कि कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की गयी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. महीना में 30 दिन काम करते हैं, जबकि ठेकेदार के द्वारा 22 से 24 दिनों की हाजिरी बनायी जाती है. वर्ष 2017 से अब तक बढ़े महंगाई भत्ता का भुगतान भी नहीं किया गया है. मीटर रिडिंग कर्मी आनंद सिंह व सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें भी मानदेय भुगतान नहीं किया गया है. इधर, युवा व्यवसायी संघ फुसरो के अध्यक्ष वैभव चौरसिया धरना स्थल पहुंचे और कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर विभागीय अधिकारियों से बात की. मौके पर किशन रजवार, विकास कुमार, आनंद कुमार, अनिल कुमार, राधेश्याम मांझी, मोहन महतो, बैजनाथ महतो, शिवसागर प्रजापति, आनंद प्रजापति, मुकेश रजवार, नंदकिशोर प्रसाद, प्रह्लाद महतो, एस मंडल, सुनील कुमार, गौतम बाउरी, रविकांत महतो, निर्मल महतो, विजय कुमार आदि मौजूद थे.
महीने में 22 दिन का ही मानदेय देने का आरोप
ललपनिया. साड़म विद्युत सब स्टेशन के समीप भी विद्युत आपूर्ति सब डिवीजन गोमिया व कथारा के मानव दिवस कर्मियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. ये सभी आउटसोर्स एजेंसी मेसर्स रॉयल इंटरप्राइजेज के अधीन कार्यरत हैं. कर्मियों ने कहा कि वेतन में कटौती करने के साथ-साथ महीने में 22 दिन का ही मानदेय दिया जाता है. कार्य करने के दौरान सुरक्षा किट भी नहीं दिया जाता है. इएसआइ व इपीएफ का भुगतान भी अनियमित है. मौके पर दुलारचंद यादव, राजेश कुमार सिंह, सेवानाथ साव, सुभाष साव, वीरेंद्र कुमार, गौतम कुमार, भाष्कर यादव, संतोष रविदास, विवेक कुमार, राजेंद्र यादव, रंजीत कुमार, अनिल राम आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

