पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में आरूष ने बताया है कि वह मयंक के साथ मिलकर लगभग एक वर्ष पूर्व अपाची बाइक से बोकारो आया था. यहां सिटी सेंटर में यूनियन बैंक से पांच लाख रुपया निकाल कर जा रहे एक व्यक्ति से बैग छिन कर दोनों भाग गये. कुछ माह बाद दोनों फिर बोकारो आये और नया मोड़ इलाहाबाद बैंक से 1.50 लाख रुपया निकाल कर जा रहे एक व्यक्ति का बैग छिन कर फरार हो गये. उसी दिन पत्थरकट्टा चौक से आगे बोकारो होटल जाने वाले रास्ते में एक व्यक्ति से साढ़े सात लाख रुपये से भरा बैग छिन लिया. जुलाई माह में सेक्टर 12 के तेतुलिया में एक व्यक्ति से 30 हजार रुपये की छिनतई की. अगस्त माह में सेक्टर 12 एसबीआइ के सामने से कार सवार एक व्यक्ति से 2.80 रुपये से भरा बैग छिना था. सितंबर माह में चास एसबीआइ से एक लाख रुपया निकाल कर जा रहे एक व्यक्ति से एक लाख रुपया छिन लिया था.
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आरूष ने बोकारो में की है 18 लाख रुपये की छिनतई
बोकारो. सिटी सेंटर में देसी कट्टा व गोली के साथ गिरफ्तार कोढा ग्रुप के सदस्य आरूष कुमार को सेक्टर चार पुलिस ने बुधवार को चास जेल भेज दिया. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया है. आरूष ने पुलिस के समक्ष दिये बयान में खुद को छिनतई में माहिर कोढा ग्रुप का सदस्य बताया […]
बोकारो. सिटी सेंटर में देसी कट्टा व गोली के साथ गिरफ्तार कोढा ग्रुप के सदस्य आरूष कुमार को सेक्टर चार पुलिस ने बुधवार को चास जेल भेज दिया. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया है. आरूष ने पुलिस के समक्ष दिये बयान में खुद को छिनतई में माहिर कोढा ग्रुप का सदस्य बताया है. बताया कि ग्रुप में मयंक कुमार, अमर कुमार यादव, बंटी उर्फ विनीत कुमार यादव शामिल हैं. उसने बोकारो में मयंक के साथ मिलकर करीब 18 लाख रुपये की छिनतई की है.
बार-बार बदल देते थे ठिकाना और बाइक का नंबर
आरूष बिहार के जिला कटिहार, थाना कोढा, ग्राम जुराबगंज का रहने वाला है. उसने बताया कि वह अपने साथी मंयक के साथ रामगढ़ में किराये का मकान बदल-बदल कर रहता था. दोनों के पास चोरी की पल्सर व अपाची बाइक है. इस बाइक का नंबर प्लेट बदल-बदल कर छिनतई की घटनाओं को अंजाम देते थे. वह दोनों ज्यादातर बोकारो में छिनतई करते थे. हर घटना के बाद दोनों कुछ दिनों के लिए अपने गांव चले जाते थे. फिर रामगढ़ लौट आते थे और बोकारो में छिनतई करते थे. पकड़े जाने पर आम लोगों से बचने के लिए अपने पास लोडेड देसी कट्टा और पिस्तौल रखते हैं. 20 सितंबर को छिनतई के फिराक में आरूष व मयंक सिटी सेंटर में बाइक पर बैठे थे. अचानक पुलिस आयी तो भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने बाइक का पीछा किया. भागने के क्रम में बाइक फिसल कर गिर गयी और आरूष पकड़ा गया, जबकि उसका सहयोगी मयंक भाग गया.
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