बोकारो: कृषि कार्यो के लिए लोन देने में इस साल फिर बोकारो के बैंक करीब-करीब फिसड्डी साबित हुए है. हर तीन महीने पर होने वाली डीएलसीसी की बैठक में यह बात सामने आयी. अपने टारगेट का बैंकों ने कृषि क्षेत्र में सिर्फ 15 फीसदी ही ऋण दिया है. वहीं दूसरे जरूरी सेक्टर में बैंकों ने 36 फीसदी टारगेट को पूरा कर लिया है. ओवर लोन की बात की जाये तो बैंकों ने 51 फीसदी लोन पूरा किया है.
बोकारो समाहरणालय के सभा कक्ष में हुई डीएससीसी की बैठक में अध्यक्षता कर रहे डीसी उमाशंकर कृषि कार्यो में लोन की स्थिति देख कर बैंकों पर काफी भड़के. डीसी ने डीबीटी मामले में भी बैंकों को आड़े हाथ लिया. कहा एक हफ्ता से लेकर दस दिन के अंदर बैंक सारे पेंडिंग केस को पूरा करे. इसके लिए डीसी ने एलडीएम को बैंकों की एक कार्यशाला करने का निर्देश दिया.
डीडीसी श्री राम तिवारी से कहा कि ऐनुअल क्रेडिट प्लान की समीक्षा बैठक हर महीने करें. बैठक में मुख्य रूप से आरबीआइ के एडीएम, लीड बैंक बीओआइ के जेडएम एससी मिश्र, एलडीएम के भट्टाचार्या, कृषि पदाधिकारी विकास कुमार, डेयरी, मत्स्यपालन, एनिमल हसबेंडरी और सभी बैंक के प्रतिनिधि मौजूद थे.