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शराबखोरी के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा
चास : पुपुनकी पंचायत में रविवार को मुखिया शिवलाल केवट के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने शराब मुक्ति यात्रा निकाली गयी. विभिन्न गांवों व टोला में भ्रमण करते हुए शराबबंदी को लेकर नारेबाजी की गयी.मुखिया ने कहा कि पुपुनकी पंचायत आदर्श ग्राम है. लेकिन शराब माफियाओं ने पंचायत के नौजवानों व बुजुर्गों को नशे की […]
चास : पुपुनकी पंचायत में रविवार को मुखिया शिवलाल केवट के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने शराब मुक्ति यात्रा निकाली गयी. विभिन्न गांवों व टोला में भ्रमण करते हुए शराबबंदी को लेकर नारेबाजी की गयी.मुखिया ने कहा कि पुपुनकी पंचायत आदर्श ग्राम है. लेकिन शराब माफियाओं ने पंचायत के नौजवानों व बुजुर्गों को नशे की लत लगा दी है.
इसके कारण दर्जनों परिवार बर्बाद हो रहे हैं. नौजवान भटक रहे हैं. ऐसी दर्जनों शिकायतों के बाद पंचायत की महिला समूहों ने पूर्ण शराब बंदी की मांग उठायी है. महिलाओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. इस आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है. इसमें जिला प्रशासन व पुलिस का सहयोग आवश्यक है. मुखिया ने कहा कि एक सप्ताह तक गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
चेतावनी यात्रा भी निकाली जायेगी. इसके बाद हड़िया-भट्ठी
तोड़ो अभियान चलाया जायेगा. इस अवसर सभी लोगों ने पूर्ण शराबबंदी का संकल्प लिया.
रैली में ये थे शामिल
रैली में गुलाबो देवी, पिंकी देवी, पंसस इसराफिल अंसारी, बैद्यनाथ गोप, भागवत, सुधीर गोप, दिलीप केवट, लंकेश्वर महतो, पंचानंद रजवार, सपन टुडू, विनोद गोप, सोमनाथ शेखर मिश्रा, विजय मिश्रा, किशन महतो, जितेंद्र महतो, महेश्वर मोदी आदि शामिल थे.
15-20 घरों में होती है महुआ शराब की चुलाई
पुपुनकी के 15 से 20 घरों में देसी महुआ शराब चुलाई का काम किया जा रहा है. मुखिया ने बताया कि शाम होते ही पंचायत का माहौल खराब हो जाता है. शराबी नशे में हुड़दंग मचाते हैं. इस मामले में स्थानीय पुलिस को ज्ञापन सौंपा गया है. अभियान चलाया जा रहा है. मामले की सूचना डीसी सहित अन्य पदाधिकारियों को लिखित रूप से शीघ्र दी जायेगी.
शराब ने ली एक साल में 10 लोगों की जान
पुपुनकी पंचायत में एक वर्ष के अंदर 10 से अधिक लोगों की जान शराब पीने से जा चुकी है. मुखिया शिवनाथ केवट ने बताया कि असमय विधवा होने वाली महिलाएं ने पंचायत में शराब बंदी करने के लिए लगातार फरियाद कर रही थी. इसको देखते हुए अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान को बड़ा बनाया जायेगा. शराब के कारण कोई और महिला विधवा ना हो, इसलिए शराबबंदी जरूरी है. इस अभियान में महिलाएं बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं.
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