बोकारो :अपनी पत्नी को दोस्तों के साथ देख पूर्व अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉलर अजय सिंह ने आपा खो ताबड़तोड़ गोलीबारी कर एक को मौत के घाट उतार दिया, जबकि दूसरे को घायल कर दिया. आरोपी आजसू पार्टी का केंद्रीय सचिव भी है. घटना बुधवार की देर रात बोकारो के सेक्टर नौ ए स्थित स्ट्रीट संख्या चार की आवास संख्या 1092 के सामने घटी.
वेलेंटाइन डे के दिन नयी टी-शर्ट बनी विवाद का कारण
अजय सिंह की पत्नी एंजेला सिंह ने एक नयी टी-शर्ट खरीदी थी. इसे अजय सिंह ने बुधवार (वेलेंटाइन डे) को देख लिया. उसने कई सवाल खड़े किये. अजय को शंका थी कि अप्पू सिंह ने उसकी पत्नी को उपहार स्वरूप टी शर्ट दी है. पत्नी से पूछताछ करने के बाद भी अजय का गुस्सा शांत नहीं हुआ, तो वह अपनी पत्नी को कार से बुधवार की सुबह दस बजे सेक्टर चार की तरफ गया. इस दौरान कार में ही पत्नी के साथ जमकर मारपीट की. इसके बाद एजेंला अपने मायके मणिपुर जाने की ठान ली.
अजय सिंह के घर से भारी मात्रा में हथियार बरामद

गोलीबारी में मारा गया व्यक्ति सुनील प्रसाद गुप्ता है, वहीं घायल अमरेश कुमार सिंह उर्फ अप्पू सिंह है. सुनील के सिर में पिस्टल सटाकर गोली मारी गयी. अप्पू की जांघ में गोली लगी. सुनील बिहार के सिवान जिले के रघुनाथपुर के निकितकला का मूल निवासी था. वह सेक्टर नौ के नवनाथ मंदिर के निकट झोंपड़ी निवासी दीनबंधु प्रसाद का तीसरा बेटा था. वहीं अप्पू सेक्टर नौ ए की स्ट्रीट संख्या 03 की आवास संख्या 663 का रहनेवाला है. उसका इलाज बीजीएच में चल रहा है. वह खतरे से बाहर है. घटना के बाद पुलिस ने अजय सिंह के सेक्टर नौ के ए रोड स्थित स्ट्रीट संख्या 1 के आवास संख्या 52 में छापेमारी की. वहां से एक कारबाइन, तीन देशी पिस्टल व दर्जनों की संख्या में जिंदा कारतूस मिले हैं. पुलिस ने आरोपी अजय सिंह की पत्नी एंजेला सिंह की उपस्थिति में आवास को खंगाला. एंजेला अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाज रह चुकी है. अजय सिंह के घर से आग्नेयास्त्र बरामदगी के बाद पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि इतनी अधिक मात्रा में हथियार व कारतूस कहां से आये. एंजेला सिंह व अजय के भाई राजेश सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
अजय के सिर पर खून सवार था : अप्पू
अजय की गोलीबारी में घायल अप्पू ने बताया कि घटनास्थल पर आजसू नेता अजय सिंह, उसकी पत्नी एंजेला सिंह, सुनील प्रसाद गुप्ता व नन्हे पाठक खड़े थे. पुलिस के अनुसार, चारों दोस्त हैं. अजय सिंह के सिर पर खून सवार था. वह पूरी प्लानिंग के साथ वहां आया था. अप्पू के अनुसार, अजय ने कमर में तीन पिस्टल खोंस रखी थी और उसकी ही हत्या का इरादा कर आया था. उसने अप्पू पर गोली चलायी, जो उसकी जांघ में लगी. इसके बाद एक-एक कर कई फायरिंग की. चौथी गोली पिस्टल में फंस गयी. तब अजय ने कमर से दूसरी पिस्टल निकाल उसके सिर पर सटा गोली मारनी चाही. इसी बीच सुनील ने अजय का हाथ पकड़ कर हटा दिया और अप्पू बच गया. तब अजय ने गुस्से में सुनील की ललाट पर पिस्टल सटा कर गोली मार दी.
शव बीजीएच में छोड़ हुआ फरार
अप्पू सिंह ने पुलिस को बताया कि अजय सिंह अपनी ऑल्टो कार से घटनास्थल पर आया था. गोली मारने के बाद लहूलुहान सुनील प्रसाद गुप्ता को अजय सिंह अपनी कार से बोकारो जेनरल अस्पताल ले गया. वहां कुछ लोगों की मदद से कार से सुनील को बाहर निकाला. तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद अजय सिंह अपनी कार लेकर फरार हो गया. घायल अप्पू सिंह अपनी बाइक से बीजीएच पहुंचा.
सुनील व अप्पू से थे अच्छे संबंध
पुलिस ने सभी प्रत्यक्षदर्शियों से अलग-अलग पूछताछ की है. पुलिस के अनुसार, अप्पू सिंह, सुनील प्रसाद गुप्ता व नन्हे पाठक, सभी अजय सिंह के दोस्त थे. अप्पू सिंह को अजय सिंह ने बोकारो इस्पात संयंत्र में ठेका का कार्य करने वाली निजी कंपनी भिलाई इंजीनियरिंग में सुपरवाइजर की नौकरी दिलायी थी. अजय सिंह भी उक्त कंपनी में सिविल ठेका का कार्य करता है. ठेका कार्य में सभी अजय का सहयोग करते हैं. कार्य के सिलसिले में दोस्तों का अजय के घर आना-जाना था. इस दौरान उसकी पत्नी से बातचीत होती रहती थी. हालांकि अजय सिंह ने इसे दूसरे रूप में ले लिया.
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शाम छह बजे अप्पू को घर बुलाया
शाम छह बजे अजय ने फोन कर अप्पू सिंह को अपने घर बुलाया. अप्पू के आने पर अजय अपनी पत्नी को लेकर मिठाई लाने की बात कह कार से बाहर चला गया. तीन घंटे के बाद अजय अकेले घर आया. अप्पू ने अजय से एंजेला के बारे में पूछा. अजय ने कोई जवाब नहीं दिया और अप्पू को घर से जाने को कहा. रात 11 बजे अप्पू अपनी बाइक लगाने स्ट्रीट चार स्थित नन्हे पाठक के घर गया. वहां पहले से ही सुनील गुप्ता मौजूद था. बाइक लगा कर अप्पू व सुनील गुप्ता नन्हे के घर के बाहर सड़क पर बातचीत करने लगे. इसी दौरान एंजेला सिंह वहां पहुंच गयी. एंजेला ने अप्पू से मारपीट के बारे में बताया. बातचीत के दौरान ही अजय कार से वहां आ गया.
अप्पू को एंजेला से बातचीत करते देख गुस्से में आपा खो बैठा. उसने पत्नी को दो-चार तमाचे जड़ दिये और खींच कर कार में बैठाने लगा. यह देखकर अप्पू व सुनील ने अजय को रोका. इस पर अजय सिंह आग-बबूला हो गया और गोलीबारी करने लगा. एंजेला अपने पति का विरोध करती रही, लेकिन उसको अजय बार-बार धक्का देकर साइड कर दे रहा था. गोली की आवाज सुनकर नन्हे पाठक व मुहल्ले के अन्य लोग घर से बाहर निकल गये. लोगों ने देखा कि सुनील गुप्ता जमीन पर लहूलुहान पड़ा है.
डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी शादी
सुनील गुप्ता सिवान जिले के रघुनाथपुर के निकितकला रहनेवाला था. डेढ़ वर्ष पूर्व ही उसकी शादी हुई थी. वह अजय सिंह के साथ रहकर उनकी ठेका कंपनी का काम देखता था. सुनील की मौत की खबर सुन उसकी पत्नी, परिजन व भाई सदमे में हैं.