बरांग में माओवादी व जेजेएमपी के बीच मुठभेड़
गुमला : घाघरा के बरांग गांव में गुरुवार को दिन के 12 बजे भाकपा माओवादियों ने अपने दो पूर्व साथियों को मार गिराया. इनके नाम हैं : आदर पोखराटोली के रोहित उरांव (22) व राजमन उरांव (25). माओवादियों ने दावा किया है कि मारे गये दोनों युवक जेजेएमपी के सदस्य थे और एक मार्च को बरांग में एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या में शामिल थे. दोनों फिर हमला करने बरांग आये थे. इसलिए इन्हें मुठभेड़ में मार गिराया गया.
जेजेएमपी के पांच-छह लोग भाग गये. इनके पास से चार राइफल व बम बरामद किये गये हैं.
मुठभेड़ से पहले ग्रामीणों को घर में बंद किया : जानकारी के अनुसार, गांव में पहले से जेजेएमपी के कुछ नक्सली जुटे हुए थे. माओवादी कमांडर बीरबल जी अपने दस्ते के साथ पहुंच गया. दोनों का आमना-सामना होने के बाद गोलीबारी होने लगी. माओवादियों ने ग्रामीणों को घरों में घुसा दिया. बरांग जंगल में एक घंटे तक मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों पूर्व नक्सली मारे गये.
भगोड़े थे मारे गये सदस्य : माओवादी कमांडर बीरबल जी ने पत्रकारों को बताया कि मारे गये दोनों सदस्य पहले माओवादी में थे. लेकिन ये लोग संगठन से भाग कर जेजेएमपी में चले गये थे. एक मार्च को इन लोगों ने बरांग गांव के चार निदरेष ग्रामीणों को मार डाला था. तब से इनकी खोज हो रही थी. उसने कहा, इस गांव में घुसनेवाले हर दूसरे संगठन के लोगों को मार गिराया जायेगा.
एक मार्च को चार ग्रामीण की हुई थी हत्या : एक मार्च को जमीन विवाद को लेकर बरांग गांव के हीरा उरांव, काली उरांव व अन्य दो लोगों की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में पुलिस अन्य आरोपियों को जेल भेज चुकी है. गुरुवार को मारे गये दोनों भी नामजद अभियुक्त थे.
– मारे गये रोहित व राजमन पहले माओवादी संगठन में थे
– माओवादियों ने चार बंदूक व बम लूटने का दावा किया
‘‘मुठभेड़ की सूचना नहीं है. लेकिन पता चला है कि माओवादियों ने अपने ही दो पूर्व साथियों की हत्या कर दी है. ये दोनों युवक बरांग हत्याकांड के नामजद अभियुक्त थे और फरार थे.
भीमसेन टुटी, एसपी, गुमला