झुमरीतिलैया (कोडरमा) : कोडरमा में तेजी से घटते लिंगानापुत के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से सोमवार को राज्य का पहला डिकॉय ऑपरेशन यहां किया गया. लिंग परीक्षण का आरोप सामने आने पर डॉक्टर गली में संचालित धन्वंतरि अल्ट्रासाउंड क्लिनिक को सील कर दिया गया. साथ ही सोनोग्राफी मशीन, अन्य उपकरण व दस्तावेज जब्त […]
झुमरीतिलैया (कोडरमा) : कोडरमा में तेजी से घटते लिंगानापुत के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से सोमवार को राज्य का पहला डिकॉय ऑपरेशन यहां किया गया. लिंग परीक्षण का आरोप सामने आने पर डॉक्टर गली में संचालित धन्वंतरि अल्ट्रासाउंड क्लिनिक को सील कर दिया गया. साथ ही सोनोग्राफी मशीन, अन्य उपकरण व दस्तावेज जब्त किये गये हैं.
टीम अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाने वाली डॉ कुमारी सीमा, महिला दलाल अनीशा व अन्य को भी साथ थाना ले आयी. यहां सबसे पूछताछ की जा रही है. डीसी और एसपी के निर्देश पर पीसीपीएनडीटी एक्ट के सख्त अनुपालन को लेकर राज्य समन्वयक रफत फरजान, दिवाकर कुमार, राजस्थान के राजू चौधरी, सीएस डाॅ हिमांशु बरवार, कार्यपालक दंडाधिकारी संतोष सिंह व अन्य ने अभियान की अगुवाई की.
डीसी भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि पिछले कई माह से कोडरमा के सोनोग्राफी सेंटर पर गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच की शिकायत मिल रही थी. इस सूचना पर धन्वंतरि अल्ट्रासाउंड सहित अन्य क्लिनिकों की जांच की गयी. इसके बाद डमी गर्भवती महिला और सहयोगी महिला को सोमवार को लिंग जांच के लिए भेजा गया.
यहां महिला दलाल अनीशा ने सहयोगी महिला से गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच के लिए सात हजार रुपये की मांग की. सहयोगी महिला ने महिला दलाल को सात हजार रुपये दे दिये. दलाल ने वहां पहले से मौजूद अन्य महिलाओं को छोड़ डमी गर्भवती महिला की सोनोग्राफी करवा दी. यहां डॉ कुमारी सीमा ने महिला दलाल को बताया कि गर्भ में पल रहा शिशु लड़की है.
यह बात उस महिला ने सुन लिया. कमरे से बाहर आकर अनिशा ने सहयोगी महिला को बताया कि गर्भस्थ शिशु लड़की है. इधर इशारा पाते ही टीम ने वहां छापामारी की. डॉ कुमारी सीमा ने सोनोग्राफी के लिए फॉर्म-एफ भी नहीं भरवाया था. जांच में टीम को कई कमियां मिलीं. टीम ने सोनोग्राफी व आवश्यक उपकरण सहित दस्तावेज भी जब्त कर लिया.