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राजापाकर में मौत, हाजीपुर में हंगामा

– इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद आक्रोशित हुए लोग – गांधी चौक पर किया घंटों जाम, सड़क पर जलाये टायर, प्रशासन के विरोध में नारेबाजी – मृतक के परिजनों व आक्राशितों ने पातेपुर बीडीओ पर लगाया मनमानी करने का आरोप हाजीपुर : पातेपुर में पदस्थापित इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की सोमवार […]

– इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद आक्रोशित हुए लोग
– गांधी चौक पर किया घंटों जाम, सड़क पर जलाये टायर, प्रशासन के विरोध में नारेबाजी
– मृतक के परिजनों व आक्राशितों ने पातेपुर बीडीओ पर लगाया मनमानी करने का आरोप
हाजीपुर : पातेपुर में पदस्थापित इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की सोमवार की देर रात हाजीपुर-जंदाहा उच्च मार्ग पर राजापाकर थाना क्षेत्र के हरपुर के समीप हुई मौत के बाद हाजीपुर के गांधी चौक को शव के साथ घंटों जाम रखा गया.
इस दौरान इंदिरा आवास पर्यवेक्षक के परिजनों व साथियों ने पातेपुर बीडीओ पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी बर्खास्तगी और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. आक्रोशित लोगों ने प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की और सड़क पर टायर जलाये. लगभग तीन घंटे के बाद डीएम के आश्वासन के बाद आक्रोशित शांत हुए और सड़क से हटे.
पातेपुर बीडीओ पर लगाये गंभीर आरोप : जाम कर रहे इंदिरा आवास पर्यवेक्षक रविभूषण की मौत सड़क दुर्घटना में नहीं बल्कि तनाव की वजह से आत्महत्या करने का आरोप लगा रहे थे. आक्रोशित पातेपुर बीडीओ पर अनावश्यक रूप से इंदिरा आवास पर्यवेक्षकों को परेशान करने का भी आरोप लगा रहे थे. साथ ही ग्रामीण आवास कर्मी नवीकरण के नाम पर दो लाख रुपये की मांग करने का भी आरोप लगा रहे थे. उनका कहना था कि इस वजह से रविभूषण पिछले काफी दिनों से तनावग्रस्त था. वे सभी पातेपुर बीडीओ के अविलंब तबादले की मांग पर अड़े थे. सूचना पर सदर एसडीओ रविंद्र कुमार जामस्थल पहुंचे और आक्रोशितों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे थे. इसकी सूचना डीएम रचना पाटिल को दी गयी.
उन्होंने पांच लोगों के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया. प्रतिनिधि मंडल द्वारा डीएम को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपे जाने और डीएम की ओर से कार्रवाई का आश्वास मिलने के बाद सभी शांत हुए. ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, मंत्री ग्रामीण विकास विभाग, मानवाधिकार आयोग, डीडीसी वैशाली, अध्यक्ष महादलित मिशन आयोग एवं अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को भी भेजी गयी है.
घंटों जाम में फंसे रहे लोग : पहले से ही जाम की समस्या झेल रहे शहरवासियों की परेशानी मंगलवार को उस वक्त और ज्यादा बढ़ गयी जब सोमवार की देर राजापाकर थाना क्षेत्र के बाकरपुर के समीप एनएच 103 पर तेज रफ्तार ट्रैक्टर के धक्के से पातेपुर में पदस्थापित इंदिरा आवास पर्यवेक्षक रवि भूषण कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी.
सोमवार की देर रात मृतक के परिजन शव लेकर सदर अस्पताल हाजीपुर पहुंचे और मंगलवार की सुबह लगभग दस बजे मृतक के परिजन व साथ काम करने वाले इंदिरा आवास पर्यवेक्षकों ने शव के साथ गांधी चौक को जाम कर दिया. जाम कर रहे लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर व पुलिस की डिवाइडर ट्रॉली लगाकर जाम कर दिया. इसका सीधा असर गांधी चौक के साथ-साथ शहर के अन्य सड़कों पर देखने को मिला. कचहरी रोड, हॉस्पीटल रोड, राजेंद्र चौक, सिनेमा रोड, गुदरी बाजार आदि सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
हंगामे के दौरान पुलिस बनी रही मूकदर्शक : नगर के व्यस्तम गांधी चौक पर लगभग तीन घंटे तक शव रखकर सड़क पर आगजनी कर आवागमन को अवरुद्ध कर दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों से लेकर ऑफिस व बाजार को आने-जाने वाले लोगों को भारी फजीहत उठानी पड़ी. जाम की सूचना के लगभग आधे घंटे बाद जामस्थल पर महिला व पुरुष पुलिस बल को बुलाया गया. लेकिन वे सभी मूकदर्शक की भूमिका में नजर आये. पुलिस ने जाम कर रहे आक्रोशितों व जाम में फंस कर फजीहत झेल रहे लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया था.
दुनिया में आने से पहले ही मासूम के सिर से उठा पिता का साया : सड़क दुर्घटना में मृत ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक रविभूषण के भाई रितेश ने बताया कि रविभूषण की शादी नौ माह पूर्व ही हुई थी.
वह पांच माह की गर्भवती भी है. इस हादसे के मृतक की पत्नी रंजू देवी और अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. सभी नियति को कोस रहे थे. मृतक के पिता छोटे लाल राम जिला राजस्व अभिलेखागार में कार्यरत हैं. वे पिछले कई वर्षों से बीमार चल रहे हैं. उनकी बीमारी को लेकर भी रविभूषण अक्सर चिंतित रहा करता था.

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