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कुपोषण से जंग में बेहतर करने वाले होंगे पुरस्कृत

हाजीपुर : कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए अब महिला व बाल विकास मंत्रालय ने पोषण पर बेहतर कार्य करने वालों को राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पुरस्कृत करने का फैसला लिया है. वर्ष 2018-19 में पोषण अभियान में बेहतर कार्य करने वालों को इंसेंटिव आधारित पुरस्कार दिये जायेंगे. आईसीडीएस की सहायक निदेशक […]

हाजीपुर : कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए अब महिला व बाल विकास मंत्रालय ने पोषण पर बेहतर कार्य करने वालों को राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पुरस्कृत करने का फैसला लिया है. वर्ष 2018-19 में पोषण अभियान में बेहतर कार्य करने वालों को इंसेंटिव आधारित पुरस्कार दिये जायेंगे. आईसीडीएस की सहायक निदेशक सह नोडल अधिकारी श्वेता सहाय ने इस संबंध में सभी डीपीओ को पत्र जारी किया है.

पोषण के क्षेत्र में विभिन्न स्तरीय पुरस्कार वितरण के लिए एसओपी तैयार किया गया है. राज्य के सभी आईसीडीएस जिला कार्यक्रम प्रबंधकों को पुरस्कार के लिए चिह्नित कर्मियों की सूची निदेशालय को उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए जिला स्तर पर तैयार की गयी सूची की हार्डकॉपी को निदेशालय भेजने के साथ इसकी जानकारी ऑनलाइन भी उपलब्ध कराने को कहा गया है.
पोषण अभियान में बेहतर कार्य के लिए इंसेंटिव अवार्ड के लिए चयन की प्रक्रिया भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार की जायेगी. यह गाइड लाइन पोषण अभियान के प्रशासनिक अनुमोदन के आलोक में तैयार की गयी है. इसमें राष्ट्रीय स्तर पर तीन प्रकार के पुरस्कार होंगे. पहला पुरस्कार सर्वोतम जिला का होगा जिसमें राज्य से एक जिले को चुना जायेगा
. इस पुरस्कार में प्रमाण पत्र के साथ मेडल दिया जायेगा. दूसरा पुरस्कार राज्य से एक सर्वोतम परियोजना या प्रखंड का होगा जिसमें प्रमाणपत्र के साथ मेडल दिया जायेगा. तीसरा पुरस्कार क्षेत्रीय स्तर पर कार्य करने वाले आंगनबाड़ी, सेविका-सहायिका, आशा, एएनएम व महिला पर्यवेक्षकों को संयुक्त रूप से पोषण पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जायेगा.
इसके लिए राज्य से किन्हीं दो कर्मियों का चयन किया जायेगा, जिन्हें 2.5 लाख रुपये की इंसेंटिव राशि पुरस्कार के रूप में दी जायेगी. राज्य स्तरीय पुरस्कार में भी तीन प्रकार के पुरस्कारों को शामिल किया गया है. पहला पुरस्कार सर्वोतम जिले का होगा जिसमें राज्य स्तर पर तीन सर्वोतम प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा.
इस पुरस्कार के लिए मेडल व प्रमाणपत्र दिया जायेगा. दूसरा पुरस्कार सर्वोत्तम प्रखंड या परियोजना का होगा जिसमें राज्यस्तर पर 10 सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले प्रखंड या परियोजना को पुरस्कृत किया जाएगा. आखिरी पुरस्कार में प्रत्येक परियोजना से एक आंगनबाड़ी, सेविका-सहायिका, आशा, एएनएम एवं महिला पर्यवेक्षक को संयुक्त रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर 50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जायेगी. पूरे राज्य से कुल 544 लोगों को पुरस्कृत किया जायेगा.

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