बैकुंठपुर : थाने के धर्मबारी तिवारी टोला पकड़ी गांव निवासी व जेनरल स्टोर दुकानदार बिट्टु कुमार तिवारी को रविवार की रात गोली मारकर कुछ लोगों ने लूटपाट की. गोली लगने के बाद घायल दुकानदार पटना पारस हॉस्पिटल में जीवन के लिए मौत से जूझ रहा है. वहीं, घटना की जानकारी होने के बाद सब इंस्पेक्टर कृष्णा कुमार घायल का बयान लेने पटना पहुंच गये हैं. घायल का इलाज चलने के कारण साथ में रहे भाई प्रिंस कुमार तिवारी ने पुलिस को बयान दिया, जिसमें गांव के ही दो लोगों पर गोली मारकर लूटपाट का आरोप लगाया गयी है.
वहीं, एक और व्यक्ति को अज्ञात बताया गया है. दो थाने का बॉर्डर होने के कारण बैकुंठपुर थाने व सीवान जिले के लकड़ी नबीगंज ओपी पुलिस छानबीन में जुटी है. जानकारी के अनुसार रविवार की रात में धर्मबारी तिवारी टोला पकड़ी गांव निवासी बिट्टु कुमार तिवारी थाना क्षेत्र के सफियाबाद गांव स्थित बाजार से अपनी जेनरल स्टोर की दुकान बंद कर घर लौट रहे थे. इसी दौरान रास्ते में सुनसान जगह पर तीन युवकों ने उन्हें गोली मारकर बाइक, लैपटॉप व मोबाइल आदि लूट लिया. दुकानदार के भाई प्रिंस ने पुलिस को बताया है कि हमलावरों में पकड़ी तिवारी टोला के ही वीरेंद्र राय, प्रदीप राय और एक अज्ञात शामिल थे. वहीं, गोली लगने के बाद घायल दुकानदार को पीएचसी नबीगंज लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने सदर अस्पताल सीवान रेफर कर दिया.
लेकिन, गंभीर हालत देखकर उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चर्चा है कि पूर्व से आपसी विवाद को लेकर दुश्मनी भी थी.
घटना के पीछे चुनावी रंजिश, तनाव
घटना के बाद से ही बदरजिमि गांव में तनाव व्याप्त है. स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात कर दिये गये हैं. गांव में एसआरएफ के जवान सहित पुलिस बल कैंप कर रहे हैं. बिना किसी जरूरी काम के घर के दरवाजे नहीं खुल रहे हैं. दरअसल बदरजिमि वार्ड 16 में नगर पंचायत के चुनाव के समय से ही तनाव की बात बतायी जाती है. ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड के कुछ लोग चुनाव लड़ रहीं पूर्व पार्षद संतोष बैठा की पत्नी के पक्ष में थे तो कुछ लोग वर्तमान पार्षद फूलमती देवी के पक्ष में. चुनाव में संतोष बैठा की पत्नी की हार हुई, जिसके कारण तनाव और बढ़ गया. उसी तनाव, हताशा व रंजिश के कारण चुनाव के तत्काल बाद दोनों पक्षों के परिजनों व समर्थकों में फायरिंग सहित जम कर मारपीट व ईंट-पत्थर चले थे. इसके बाद स्थिति पर नियंत्रण को लेकर पुलिस को कई रोज कैंप करना पड़ा था. घटना का तात्कालिक कारण भले ही अष्टयाम के आयोजन को लेकर उपजा तनाव हो, लेकिन वास्तविक कारण चुनावी रंजिश ही बताया जाता है.
चार हथियार, पांच गोलियां व दो खोखा बरामद
पुलिस छापेमारी कर एक पिस्टल, मैगजीन, दो कट्टा, एक बंदूक सहित पांच जिंदा कारतूस व दो खोखा बरामद किया है, जबकि चाकूबाजी व गोली मारने के बाद आरोपित व उसके समर्थक फरार बताये जाते हैं. फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गयी है. पुलिस संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है.
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