धोखाधड़ी. आंगनबाड़ी सेविका और पंचायत सचिव की करतूत
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जिंदा का बना लिया मृत्यु प्रमाणपत्र
धोखाधड़ी. आंगनबाड़ी सेविका और पंचायत सचिव की करतूत बिदुपुर : आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका और पंचायत सचिव की मिली भगत से एक जिंदा महिला का मृत्यु प्रमाणपत्र बना दिया गया, मामले की जानकारी तब पता चली, जब महिला की मृत्यु 22 माह बाद हुई और पति प्रमाणपत्र बनवाने पहुंचा. जानकारी के अनुसार मामला बिदुपुर बाल […]
बिदुपुर : आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका और पंचायत सचिव की मिली भगत से एक जिंदा महिला का मृत्यु प्रमाणपत्र बना दिया गया, मामले की जानकारी तब पता चली, जब महिला की मृत्यु 22 माह बाद हुई और पति प्रमाणपत्र बनवाने पहुंचा. जानकारी के अनुसार मामला बिदुपुर बाल विकास के अधीन चल रहे अमेर पंचायत के केंद्र संख्या-60 की है. केंद्र में तैनात सेविका पुनीता कुमारी ने अपने ही क्षेत्र के एक जीवित महिला को दो वर्ष पूर्व ही पंचायत सचिव की मिलीभगत से मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला जीवित थी.
इस बात का खुलासा तब हुआ जब उक्त महिला पिंकी देवी की मृत्यु 17 मार्च 2016 को हो गयी और उसके पति दिनेश राय ने अपनी पत्नी की मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया तो पंचायत सचिव ने बिना जांच किये ही आवेदन को यह कहकर निरस्त कर दिया कि पिंकी देवी की मृत्यु प्रमाणपत्र 14 मई 2014 को ही हो गयी और प्रमाण पत्र भी निर्गत किया जा चुका है. जांच के क्रम में जिलाधिकारी के आदेश पर जब बीडीओ दुनिया लाल यादव शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्र-60 पर जांच करने गये तो पता चला कि व्यापक तौर पर अनियमितता की गयी है. बीडीओ ने बताया कि जन्म मृत्यु का कोई भी आवेदन नहीं था और एक ही तरह के दो रजिस्टर पाये गये. इससे स्पष्ट होता है कि घोर अनियमितता हुई है.
क्या कहते है मृतका के पति
मेरी पत्नी की मृत्यु आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा 14 मई 2014 दिखाया गया है, जबकि 29 जून 2014 को आधार कार्ड के लिए उसकी पत्नी ने आवेदन दिया था. दो अगस्त 14 को बैंक में खाता खुला था. वर्ष 2015 में अस्पताल में उसका इलाज हुआ और 17 मार्च 2016 को उसकी मृत्यु हो गयी.
दिनेश राय, पति
क्या कहते हैं पदाधिकारी
मामला संज्ञान में आया है. जांच करने पर प्रथम दृष्टया आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला उजागर हुआ है. इस संबंध में उक्त सेविका के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को लिखा गया है.
दुनिया लाल यादव, बीडीओ
क्या कहती है सेविका
रजिस्टर में जो दिनांक अंकित किया गया है, वो सही है. वास्तव में उसी दिन मृत्यु हुई थी. रजिस्टर बीडीओ साहब जांच के लिए ले गये हैं. देखने के बाद पता चल जायेगा.
पुनीता कुमारी, सेविका, केंद्र-60
क्या कहते हैं पंचायत सचिव
मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए किये गये दावेदार का हस्ताक्षर फर्जी था, इसलिए प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया गया है. हालांकि जांच में यह बात सामने आयी है कि 2014 में ही महिला की मृत्यु हुई थी.
शैलेंद्र कुमार, पंचायत सचिव अमेर
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