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ग्राहकों से पटी रहीं दुकानें
हाजीपुर : धनतेरस के दिन मंगलवार को शहर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. शहर का हर बाजार खरीदारों से भरा रहा. देर रात तक दुकानें खुली रहीं और ग्राहकों का तांता लगा रहा. मान्यता है कि धनतेरस को माता लक्ष्मी का आगमन हो जाता है. इसलिए उनके स्वागत को घर के दरवाजे पर रंगोली […]
हाजीपुर : धनतेरस के दिन मंगलवार को शहर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. शहर का हर बाजार खरीदारों से भरा रहा. देर रात तक दुकानें खुली रहीं और ग्राहकों का तांता लगा रहा. मान्यता है कि धनतेरस को माता लक्ष्मी का आगमन हो जाता है. इसलिए उनके स्वागत को घर के दरवाजे पर रंगोली बनायी जाती है. इस दिन मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है. धनतेरस को नयी वस्तुएं खरीदने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. इस बार भी धनतेरस को बाजार में जमकर खरीदारी हुई.
सोना-चांदी से लेकर इलेक्ट्रोनिक्स सामान की दुकानों तक ग्राहकों की लाइन लगी थी. सबसे ज्यादा भीड़ बर्तनों की दुकानों में देखी गयी, जहां देर रात तक ग्राहक आते रहे. दीपावली को माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा को लेकर धनतेरस के दिन शहर में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की जमकर बिक्री हुई.
शहर के राजेन्द्र चौक, गुदरी रोड, सिनेमा रोड, स्टेशन रोड आदि स्थानों पर मूर्तियों की दुकानें लगी हैं, जहां मां लक्ष्मी, भगवान गणेश एवं अन्य देवताओं की एक से एक मूर्तियां सजी हुई थी. 25 रुपये से लेकर 300 रुपये तक की मूर्ति बिक रही थी. गुदरी रोड में दुकान लगाये मूर्ति विक्रेता रामचंद्र पंडित का कहना था कि हमारे यहां खुद से बनायी गयी एक से एक मूर्तियां हैं
लेकिन ग्राहकों की पसंद का ख्याल रखते हुए बाहर से भी मूर्तियां आयी थी. इसी तरह अन्य दुकानों में भी पटना, वाराणसी और कानपुर की बनी आकर्षक मूर्तियां बिक रही थी. धनतेरस को शुभ दिन मानते हुए ज्यादातर लोगों ने इसी दिन लक्ष्मी- गणेश की मूर्तियां खरीदी.
बाजार में पूजन सामग्री, कागज के फूल-पत्तियां, सजावटी सामान की सैकड़ों दुकानें सजी थीं, जहां ग्राहकों की भीड़ लगी रही.
प्राय: लोगों ने खरीदे धनतेरस को झाड़ू
हाजीपुर. धनतेरस को बाजार में सबसे ज्यादा झाड़ू की बिक्री हुई. दुकानों में 30 रुपये से लेकर 150 रुपये तक के झाड़ू उपलब्ध थे. धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने की भी पुरानी परंपरा है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से दरिद्रता दूर होती है और समृद्धि आती है.
धनतेरस को झाड़ू खरीदने की मान्यता और महत्व का इसी से पता चलता है कि मंगलवार को शहर के हर मार्ग से गुजरने वाले लोगों के हाथों में झाड़ू जरूर दिख रहा था. एक अनुसार के मुताबिक धनतेरस के दिन शहर में लगभग एक लाख बीस हजार झाड़ू की बिक्री हुई.
किराना व्यवसायी मदन लाल गुप्ता, उमेश कुमार, संजीव चौधरी, अनिल चौधरी आदि ने बताया कि धनतेरस पर झाड़ू की भारी डिमांड को देखते हुए उसी हिसाब से स्टॉक भी कर लिया था. शहर के विभिन्न चौराहों और फुटपाथों पर भी झाड़ू की दुकानें लगायी गयी थी.
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