स्कूल में चापाकल खराब होने से छात्रों को होती है परेशानी
महुआ : देश के आजादी के पूर्व स्थापित की गयी बालक मध्य विद्यालय में सुविधाओं की घोर अभाव है, जिस कारण यहां पठन-पाठन करने आ रहे बच्चों को काफी परेशानी होती है. फिर भी संबंधित विभाग द्वारा समस्याओं को दूर करने की दिशा में कोई पहल नहीं किया जाना बच्चों के लिये चुनौती बनी हुई है.
मालूम हो कि बाजार के देसरी रोड में स्थित इस विद्यालय में एक हजार बच्चे नामांकित हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिये 23 शिक्षक पदस्थापित किये गये हैं. वहीं विद्यालय में लगे दो में से एक चापाकल खराब पड़े रहने के कारण बच्चे प्यास बुझाने के लिये सड़क पार कर होटलों और अन्य जगहों पर लगे चापाकलों का सहारा लेते हैं.
जबकि सड़क और समतल भूमि से काफी नीचे स्तर पर विद्यालय होने के कारण बरसात के दिनों में बारिश का पानी लग जाने से विद्यालय परिसर पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है. जबकि 16 कमरे इस विद्यालय में है, लेकिन उपस्कर की घोर कमी के कारण बच्चों को फर्श पर बैठा कर पठन-पाठन कराया जाता है.
बच्चों के अनुपात में शिक्षक और कमरा उपलब्ध होने के बावजूद गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर नहीं दिये जाने से यहां नामांकित बच्चों की भविष्य चौपट होती दिख रही है. फिर भी न तो अधिकारी और न ही जनप्रतिनिधि विद्यालय की समस्याओं को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं, जिस कारण बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों में भी रोष व्याप्त है.