– निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार, नेपाल सीमा सील : डीएम सुपौल. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के द्वितीय चरण में 11 नवंबर को सुपौल जिले की पांचों विधानसभा सीटों सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज, छातापुर और निर्मली में मतदान होगा. जिला प्रशासन ने चुनाव को स्वच्छ, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. पूरे जिले में इस बार 15 लाख 39 हजार 242 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 08 लाख 8 हजार 795 पुरुष, 07 लाख 30 हजार 433 महिलाएं और 14 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. जिलाधिकारी सावन कुमार ने कहा कि सभी 1880 मतदान केंद्रों पर लाईव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी है. बताया कि कोसी नदी के अंदर अवस्थित 36 मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था की गयी है. मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन नहीं ले जा सकते हैं. बनाए गए 1880 मतदान केंद्र चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिले में 1880 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें निर्मली में 367, पिपरा में 364, सुपौल में 365, त्रिवेणीगंज में 357 और छातापुर में 427 मतदान केंद्र शामिल हैं. प्रत्येक बूथ पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सभी मतदान केंद्रों पर सशस्त्र बल के जवान तैनात रहेंगे. सीमा सील, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-डीएम सावन कुमार ने बताया कि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है. भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है. सीमा पर 14 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहां पुलिस और अर्धसैनिक बल की तैनाती की गई है. दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था प्रशासन ने इस बार दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधा प्रदान की है. मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर, रैंप, पेयजल, प्रतीक्षालय और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की गई है. डीएम सावन कुमार ने कहा कि प्रत्येक मतदाता को निर्भीक वातावरण में मतदान करने का अवसर मिले, इसके लिए अधिकारी तत्पर हैं. असामाजिक तत्वों पर रहेगी सख्त नजर : एसपी पुलिस अधीक्षक शरथ आरएस ने कहा कि मतदान के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाए गए हैं. जिले में कई अपराधियों के खिलाफ सीसीए की कार्रवाई की गई है और सैकड़ों वारंटियों की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने बताया कि मतदान में किसी भी तरह का व्यवधान डालने वाले तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. तटबंध के अंदर अवस्थित सभी मतदान केंद्रों के लिए विशेष सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की गई है. नाव व मोटरबोट से होगा आवागमन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों के लिए जिला प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं. सभी प्रमुख घाटों पर नाव और मोटरबोट की सुविधा दी गई है ताकि मतदान कर्मी, पुलिस बल और मतदाता सुरक्षित ढंग से मतदान केंद्र तक पहुंच सकें. डीएम सावन कुमार ने कहा, जिला प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है. हमारा लक्ष्य है कि सुपौल जिले में प्रत्येक मतदाता बिना किसी भय और दबाव के मतदान करे। निष्पक्ष चुनाव हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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