सरायगढ़. सरायगढ़ और थरबिटिया रेलवे स्टेशन के बीच गुरुवार की रात हाई टेंशन ओवरहेड बिजली तार के टूट जाने से करीब छह घंटे तक रेल परिचालन पूरी तरह बाधित रहा. इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण दर्जनों ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं और सैकड़ों यात्रियों को रातभर भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. रेलवे सूत्रों के अनुसार, तार टूटने की यह घटना रात लगभग 09 बजे हुई, जिसके बाद सहरसा, लहेरियासराय, जोगबनी और आसपास के रूट पर कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रास्ते में फंसी रहीं. प्रभावित ट्रेनों में गाड़ी संख्या 75205 (ललितग्राम–सहरसा), 13214 (सहरसा–जोगबनी), 63380 (सहरसा–लहेरियासराय), और 63350 (सहरसा–सरायगढ़–लहेरिया सराय) प्रमुख रहीं. गाड़ी संख्या 63350, जो शाम 6:50 बजे सहरसा से प्रस्थान करने वाली थी, वह निर्धारित समय से कई घंटे विलंब से रात करीब 03 बजे सरायगढ़ स्टेशन पहुंची. इस विलंब के कारण यात्रियों को भोजन और पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा. छोटे स्टेशन होने के कारण ज्यादातर जगहों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं, जिससे यात्रियों की मुश्किलें और भी बढ़ गयी. रेलवे विभाग की तकनीकी टीम ने रात लगभग 02 बजे क्षतिग्रस्त तार की मरम्मत का कार्य पूरा किया, जिसके बाद धीरे-धीरे रेल परिचालन सामान्य किया गया. स्टेशन अधीक्षक रामबाबू ने जानकारी देते हुए बताया, सरायगढ़ और थरबिटिया स्टेशन के बीच ओवरहेड वायर में तकनीकी खराबी के कारण यह व्यवधान उत्पन्न हुआ था. रेलवे कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तार को दुरुस्त किया और परिचालन बहाल किया गया. यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, जिससे लंबे समय तक यात्रियों को परेशान न होना पड़े.
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