प्रतापगंज. महर्षि मेंही परमहंस की जयंती समारोह रविवार को मनाई जाएगी. इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. आयोजन समिति के मंत्री संतोष कुमार समीर ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 6:00 बजे प्रभातफेरी निकाली जाएगी. शोभायात्रा में गुरु महाराज जी का चित्र भव्य रथ पर रखकर पंचायत के विभिन्न मार्गों से होते हुए सत्संग मंदिर पहुंचेगी. शोभा यात्रा में गाजे-बाजे, बैंड पार्टी, चार पहिया वाहन एवं दो पहिया वाहन, सत्संग प्रेमी, बूढ़े-बच्चे, नौजवान, महिलाएं आदि शामिल होंगे. 7:30 से स्तुति विनती, पाठ व आरती होगी. इसके बाद संत मेंही सदगुरु महाराज की तस्वीर पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम होगा. पुष्पांजलि होने के बाद प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होगा. 11:00 बजे दिन से सामूहिक भंडारा शुरू होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु भक्त प्रसाद ग्रहण करेंगे. 2:00 बजे दिन से भजन-कीर्तन, स्तुति विनती प्रवचन होगा. महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के व्यक्तित्व और कृतित्व पर उपस्थित वक्ताओं द्वारा प्रकाश डाला जाएगा. बताया गया कि संत मेंही परमहंस जी महाराज 101 वर्ष से अधिक मानव शरीर में रहे. भागलपुर शहर के गंगा तट स्थित महर्षि मेंही परमहंस जी की साधना पीठ अलग ही पहचान बनाए हुए हैं, जो आज सभी धर्म के लोग इस पवित्र स्थल पर आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज ने यहीं पर एक प्राचीन गुफा में वर्षों साधना कर मोक्ष परमात्मा को प्राप्त कर अपने मानव शरीर को सार्थक किया. स्वामी पंकज बाबा ने बताया कि मार्च 1933 ई से नवंबर 1934 ई तक 18 माह तक कुप्पाघाट भागलपुर आश्रम स्थित प्राचीन गुफा में कठिन साधना कर मोक्ष प्राप्त किया. 8 जून 1986 ई को कुप्पाघाट आश्रम में अपने पार्थिव शरीर को 101 वर्ष एक माह 11 दिन पूरा करने के बाद मोक्ष की प्राप्ति की.
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