– रेलवे ओवर ब्रीज पर रात के अंधेरे में आवागमन करने पर हमेशा दुर्घटना की बनी रहती है आशंका सरायगढ़. एनएच 327 ए सरायगढ़ रेलवे ओवर ब्रिज पर लाइट नहीं जलने के कारण हमेशा सड़क दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. जिससे आम लोगों व वाहन चालकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि एएससी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा 29 करोड़ 90 लाख की लागत से सरायगढ़ आरओबी का निर्माण कराया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23 अक्टूबर 2024 को सरायगढ़ पहुंचकर आरओबी और मॉडल थाना भपटियाही के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया था. मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद आरओबी से यातायात सुविधा बहाल कर दी गई. ताकि आरओबी का एनएच 327ए पर निर्माण कार्य पूर्ण होने से आम लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल सके. विभागीय अधिकारी बने हैं अंजान गौरतलब है कि एनएच 327ए का कनेक्शन सीधे जिला मुख्यालय से और एनएच 27 सहित कई अन्य सड़कों से है. एनएच 327ए पर दिन-रात प्रतिदिन हजारों की संख्या में छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन होता है. आरओबी पर वाहनों एवं आमलोगों को आवागमन की सुविधा के लिए कुल 47 वेपर लाइट लगाया गया है. ताकि रात के समय आरओबी पर अंधेरा नहीं रहे और दुर्घटना नहीं हो. उद्घाटन के बाद तक वेपर लाइट लगने से आरओबी पर रात को रोशनी जगमग करती थी. पैदल चलने वाले लोगों को और वाहनों को काफी सहूलियत मिलती थी. लेकिन उद्घाटन के तीन माह के बाद सभी लाइट एक साथ बंद कर दिया गया. जिसके कारण आरओबी पर प्रतिदिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं घटती रहती है. वहीं विभागीय अधिकारी इस दिशा में उदासीन बने हुए हैं. जनप्रतिनिधियों ने की लाइट चालू करने की मांग प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव, जदयू जिला उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी, विजय कुमार सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो सूर्य नारायण मेहता, कार्यकारी अध्यक्ष राज नारायण प्रसाद गुप्ता, मुखिया संघ के अध्यक्ष सतीश कुमार पांडे, मुखिया विजय यादव, प्रमिला देवी, राजेंद्र साह, श्याम कुमार यादव, सुखदेव पंडित, सुनीता देवी, किशोर यादव, लक्ष्मण प्रसाद यादव, विजेंद्र मुखिया, भूपेंद्र मुखिया, राजू मुखिया, रामविलास यादव, विनोद कुमार यादव, सुरेंद्र मुखिया, रामसुंदर मुखिया, मो तजमुल हुसैन, चंदेश्वर यादव, राजकुमार रोशन सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने आरओबी पर अविलंब लाइट जलाने की मांग जिला पदाधिकारी से की है. ताकि सड़क दुर्घटना से आम लोगों को बचाया जा सके. कहते हैं बीडीओ इस बाबत बीडीओ अच्युतानंदन ने बताया कि आरओबी एनएचएआई विभाग की देखरेख में है. एनएचएआई विभाग के अधिकारी द्वारा ही जलाया जाएगा. इसके लिए एनएचएआई विभाग को कहा गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

