सुपौल. जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला निरीक्षण समिति द्वारा सुपौल जिले के विभिन्न बाल देख-रेख संस्थानों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण की शुरुआत जिला बाल संरक्षण इकाई, सुपौल द्वारा संचालित विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान से हुई. यहां जिलाधिकारी ने आवासित बच्चों की स्थिति की जानकारी ली. इसी दौरान संस्थान में रह रही बच्ची तान्या कुमारी को दत्तकग्रहण पूर्व पालन-पोषण देखरेख के लिए झारखंड निवासी रुपश्री सिंह एवं प्रमोद कुमार सिंह (पति-पत्नी) को सुपुर्द किया गया. समिति ने संस्थान की स्वच्छता एवं संचालन व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया. इसके बाद समिति ने चैनसिंहपट्टी स्थित वृहद आश्रय गृह, सुपौल अंतर्गत बाल गृह (बालक) यूनिट-01 एवं यूनिट-02 का निरीक्षण किया. यहां भोजनालय, शौचालय, शयन कक्ष, मनोरंजन कक्ष, चिकित्सीय कक्ष और कार्यालय का बारीकी से निरीक्षण किया गया. जिलाधिकारी ने बच्चों से बातचीत कर उनकी स्थिति का जायजा भी लिया. निरीक्षण के दौरान बच्चों ने जिलाधिकारी को हाथ से बनी पेंटिंग और गुलदस्ता उपहार स्वरूप भेंट किया. जिलाधिकारी ने बच्चों की पढ़ाई, भोजन और स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और संबंधित पदाधिकारियों को बेहतर देखभाल जारी रखने का निर्देश दिया. इस अवसर पर सिविल सर्जन प्रतिनिधि, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, अध्यक्ष, सदस्य बाल कल्याण समिति, सचिव रेड क्रॉस सोसाइटी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, बाल संरक्षण पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे.
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