सुपौल. बाढ़ आपदा के दौरान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं उनकी आत्मरक्षा क्षमता को सुदृढ़ बनाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार के निदेशानुसार एक विशेष प्रशिक्षण सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के अंतर्गत सुपौल जिले के बाढ़ प्रभावित अंचलों में 06-18 वर्ष आयु के बच्चों को सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण प्रदान किया गया. प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय सुरक्षित तैराकी एवं आत्मरक्षा के व्यावहारिक कौशल सिखाना. बाढ़ प्रभावित पंचायतों में समुदाय स्तर पर जागरूकता फैलाना, स्थानीय संसाधनों के सहयोग से स्थायी समाधान की ओर अग्रसर होना है. कुल 05 अंचल सुपौल 01, किशनपुर 02, सरायगढ़ 01, निर्मली 01 एवं मरौना 01 के कुल 6 तरणतालों का विभाग द्वारा चयन किया गया था. जिसके अंतर्गत सुपौल में 350, किशनपुर में 700, सरायगढ़ में 350 निर्मली में 345 एवं मरौना में 350 में कुल 2095 बच्चों को प्रशिक्षित किया गया. इस कार्यक्रम का संचालन आपदा विभाग पटना द्वारा प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर सुभाष कुमार यादव, मो आदम, हरिओम चक्रवर्ती, विद्यासागर यादव, मनोज कुमार शर्मा, जय प्रकाश मंडल, संतोष कुमार सिंह, ताराकांत झा, भुवनेश्वर सिंह, राम सागर रमन, प्रकाश कुमार, नवनीत मुखिया एवं अन्य द्वारा संबंधित अंचलों के अंचल अधिकारी के निगरानी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
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