सुपौल : मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की पहल पर राज्य परियोजना निदेशक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान पटना के निदेशानुसार शिक्षा क्षेत्र में कला को प्रोत्साहित करने के लिये जिला स्तरीय दो दिवसीय कला उत्सव स्थानीय टीसी उच्च विद्यालय चकला निर्मली परिसर में मनाया गया. जिसमें जिले के नौवीं से 12वीं वर्ग के विद्यार्थियों ने भाग लिया. प्रत्येक विधा के प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय प्रमंडलीय स्तरीय कला उत्सव में जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे. संगीत, नृत्य एवं नाट्य कला विधा में जिला मुख्यालय स्थित बबुजन विशेश्वर बालिका उच्च विद्यालय सुपौल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया.
बबुजन विशेश्वर बालिका उच्च विद्यालय की संगीत शिक्षिका सह कला उत्सव टीम प्रभारी नीतू सिंह ने बताया कि 28 सितंबर को सहरसा में आयोजित प्रमंडलीय स्तरीय कला उत्सव के लिये संगीत, नृत्य एवं नाट्य कला विधा में बबुजन विशेश्वर बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा का चयन किया गया है. कला उत्सव मानव संसाधन के विद्यालयों की एक ऐसी पहल है. जिसका उद्देश्य माध्यमिक स्तर के विद्यालयों की कलात्मक प्रतिभा को पहचानना, उसे प्रस्तुत करना और शिक्षा में कला को बढ़ावा देना है. कला उत्सव विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने और उनकी योग्यताओं को एक नयी पहचान देने की दिशा में एक समग्र मंच समझा जा रहा है.
श्रीमती सिंह ने बताया कि जिला स्तर के प्रथम विजेता विद्यालय प्रमंडलीय स्तरीय कला उत्सव में भाग लेंगे. साथ ही प्रमंडलीय स्तर के प्रथम विजेता राज्य स्तरीय कला उत्सव में प्रतिनिधित्व करेंगे. कला उत्सव का समापन राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में होगा.
जहां राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों की चुनी हुई प्रथम विजेता विद्यालय की टीम अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. राष्ट्रीय स्तर पर कला उत्सव के लिये भारत सरकार द्वारा प्रथम पुरस्कार के लिये पांच लाख, द्वितीय पुरस्कार के लिये तीन लाख एवं तृतीय के लिये एक लाख नकद राशि प्रदान की जायेगी. कला उत्सव का पुरस्कार किसी व्यक्ति विशेष को ना देकर पुरस्कृत समूह के विद्यालय को दिया जायेगा.