वीरपुर. कोसी नदी में बाढ़ अवधि की औपचारिक शुरुआत हो गई है. इसे लेकर शनिवार से संबंधित सभी विभागों को सतर्क कर दिया गया है. सिंचाई विभाग ने नदी के जलस्तर की निगरानी तेज करते हुए 15 बाढ़ नियंत्रण कक्षों को वायरलेस नेटवर्क से जोड़कर पूरी तरह दुरुस्त कर दिया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष से जानकारी के अनुसार, बाढ़ अवधि के पहले दिन कोसी बराज पर नदी का जलस्तर 67 हजार 790 क्यूसेक दर्ज किया गया. सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोसी बराज के 56 में से 15 फाटकों को खोल दिया गया है, ताकि पानी का प्रवाह नियंत्रित रूप से जारी रहे. सिंचाई विभाग ने सभी अभियंताओं और तकनीकी कर्मचारियों को चौकस रहने का निर्देश दिया है. संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी और चौबीसों घंटे निगरानी तंत्र को सक्रिय किया गया है. बराज और तटबंधों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है, ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके. बताया गया कि इस वर्ष जलस्तर में अभी कोई गंभीर वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन मानसून के सक्रिय होते ही नदी के जलप्रवाह में तेजी आने की संभावना है. विभाग ने तटवर्ती गांवों में भी सतर्कता बढ़ाने की सलाह दी है. प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी पूरी कर ली गई है. राहत व पुनर्वास से जुड़ी एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सूची भी अपडेट कर ली गई है. कोसी क्षेत्र में हर वर्ष बाढ़ की विभीषिका झेलने वाले लोगों के लिए यह अलर्ट प्रशासनिक सक्रियता का संकेत है. आमजन से भी अपील की गई है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी आपात स्थिति में बाढ़ नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें.
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