सुपौल : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेरविवारको कहा कि जन सेवा के प्रति उनकी प्रारंभ से ही प्रतिबद्धता रही है. बिहार के विकास के लिए काम किया. हर तबके का उत्थान व किनारे खड़े लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने की पहल की. हम प्रचार के चक्कर में नहीं रहते, काम करते हैं. सीएम नीतीश कुमार रविवार को जिले के पिपरा प्रखंड अंतर्गत दीनापट्टी पंचायत के सखुआ गांव में आयोजित जन जीवन हरियाली सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर महिला सशक्तीकरण पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं की जागृति के लिए बिहार सरकार ने विशेष कार्य किये. साइकिल, पोशाक योजनाओं से लड़कियों में शिक्षा के प्रति जागृति आयी. लड़कियां साइकिल चलाने लगी, तो उनका आत्मबल बढ़ा. आज स्कूलों में लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो गयी है. अब हर पंचायत में हाईस्कूल खोला जायेगा.
सीएम ने कहा कि महिलाएं शिक्षित होगी, तो राज्य के प्रजनन दर में भी कमी आयेगी. बिहार में पहले प्रजनन दर ज्यादा था. शिक्षा में विकास हुआ तो यह 4.3 से घट कर 3.2 प्रतिशत तक आ गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे से ज्ञात हुआ कि पत्नी अगर मैट्रिक पास है, तो प्रजनन दर 02 प्रतिशत व इंटर पास है तो 1.6 प्रतिशत आंकी गयी है. उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए हमने अनेकों काम किये. पंचायतों में उन्हें 50 प्रतिशत आरक्षण देकर जनप्रतिनिधित्व दिया गया. विश्व बैंक से कर्ज लेकर 06 जिला व 44 प्रखंडों से जीविका योजना शुरू की. स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया. एक करोड़ महिलाएं इससे जुड़ चुकी है. 09 लाख समूहों का गठन हो चुका है. राज्य सेवाओं भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. आज देश के अन्य राज्यों से ज्यादा बिहार पुलिस में महिलाएं शामिल हुए हैं.
समय से पहले घरों तक पहुंची बिजली
सीएम ने सात निश्चय योजना की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि 2018 तक हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य था, जो समय से पहले पूरा कर लिया गया. सीएम ने इसके लिए ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव को बधाई दी. हर घर नल का जल व पक्की नाली योजना इस वर्ष चुनाव से पहले पूर्ण कर ली जायेगी. उन्होंने कहा कि पहले राज्य के किसी हिस्से से 06 घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य पूरा किया. अब पांच घंटे में पटना पहुंचने हेतु पुल-पुलिया, सड़क आदि का निर्माण हो रहा है. सीएम ने 2008 की कुसहा त्रासदी की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक काम किये. आपदा आयी और सबसे पहले पीड़ितों की मदद करेंगे.
सरकारी भवनों में की जायेगी रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग
सीएम ने पर्यावरण में हो रहे बदलाव की भी चर्चा की. कहा कि भू जल का स्तर नीचे गिर रहा है. झारखंड अलग होने से बिहार में जंगल भी कम हो गया है. वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की. 09 करोड़ पौधे लगाये. फिर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया. दोनों सदनों की बैठक बुलायी गयी. करीब 08 घंटे तक चली बैठक में जलवायु परिवर्तन का सामना करने का निर्णय लिया गया और जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत की गयी. अभियान के तहत तालाब, पोखर, आहर, पाइन, कुओं आदि जलस्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कर उसका जीर्णोद्धार किया जायेगा. चेक डैम का निर्माण होगा. चापाकल के पास सोख्ता बनाये जायेंगे. नये जलस्रोत का भी सृजन किया जायेगा. सरकारी भवनों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग की जायेगी.
अभियान को सफल बनाने का आह्वान
सीएम ने 24 हजार 500 करोड़ की लागत से संचालित जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में 19 जनवरी को पूरे बिहार में 16 हजार किलोमीटर मानव शृंखला का निर्माण किया जायेगा. उन्होंने इसमें सभी को शामिल होने एवं जल जीवन हरियाली की रक्षा के लिए हाथ उठा कर संकल्प भी दिलाया.
नहीं पैदा करें समाज में भेदभाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में दौरान लोगों को सामाजिक सद्भाव बना कर रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि जाति, धर्म व संप्रदाय के नाम पर समाज में भेदभाव पैदा नहीं करें. इस धरती पर सब एक है. सभी मानव हैं. यही सोच कर काम करें. तभी समाज की उन्नति हो पायेगी. हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने पास ही स्थित राजा पोखर, चौर-चांचर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने राजा पोखर पर पौधरोपण तथा दो योजनाओं का उद्घाटन किया. इसमें मनरेगा भवन में सोख्ता निर्माण कार्य एवं भवन के ऊपर एक केबी क्षमता का सोलर पावर प्लांट शामिल हैं.
सौर ऊर्जा के उपयोग पर दिया जोर
मुख्यमंत्री ने बिजली की बचत करने व सौर ऊर्जा के उपयोग पर बल दिया. उन्होंने कहा कि कोयले का स्टॉक धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है. ऐसे में वैकल्पिक ऊर्जा की ओर ध्यान देना जरूरी है. सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस कड़ी में पहले सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा के संसाधन लगाये जा रहे हैं. सीएम ने आमलोगों को भी इसका उपयोग करने की अपील की.
माला व बुके से हुआ स्वागत
सम्मेलन के मुख्य मंच पर पहुंचने के बाद सीएम को माला पहना कर स्वागत गीत से अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत भाषण कोसी प्रमंडलीय आयुक्त सेंथिल कुमार व धन्यवाद ज्ञापन जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने किया. इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति मो हारुण रशीद, जिले के प्रभारी मंत्री रमेश ऋषिदेव, सांसद दिलेश्वर कामैत, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, नीरज कुमार सिंह बबलू, वीणा भारती, विधान पार्षद ललन सर्राफ, बिहारीगंज के विधायक निरंजन मेहता, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, एनडीए के जिला संयोजक नागेंद्र नारायण ठाकुर, जदयू जिलाध्यक्ष रामविलास कामत, भाजपा जिलाध्यक्ष राम कुमार राय, दलित सेना जिलाध्यक्ष विजय पासवान, जदयू नेता राजेंद्र यादव सहित अन्य कई जनप्रतिनिधि व वरीय अधिकारी मौजूद थे.
241 योजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर जिले में 101287.85 लाख की लागत से प्रारंभ होने वाले 153 योजनाओं का शिलान्यास एवं 9111.07 लाख की लागत से निर्मित 88 योजनाओं का उद्घाटन भी किया. इस क्रम में सीएम ने जिला मुख्यालय में 877.54 लाख की लागत से बने राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, 40.28 लाख की राशि से सुपौल में बने 06 हजार क्षमता वाले भीभीपैट वेयर हाउस, 78.52 लाख की राशि से सदर अस्पताल परिसर में बने 100 सैय्या वाले भवन, 64.41 लाख की लागत से छातापुर प्रखंड के बलुआ बाजार में मुख्यमंत्री खेल विकास योजना अंतर्गत राजकीयकृत ललित नारायण विद्यालय मंदिर में बने 300 मीटर ट्रैक युक्त स्टेडियम, राघोपुर के लखीचंद उच्च विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री खेल विकास योजना अंतर्गत तैयार फुटबॉल स्टेडियम एवं मरौना प्रखंड के गनौरा परसौनी स्थित उच्च विद्यालय में 64.41 लाख की लागत से निर्मित 300 मीटर ट्रैक युक्त स्टेडियम का भी उद्घाटन किया.
उन्होंने मौके पर बताया कि सुपौल में जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का शुभारंभ हो गया है. इससे कोसी के तीनों जिले को लाभ मिलेगा. बताया कि जिला मुख्यालय स्थित सुधा की सुपौल डेयरी की क्षमता भी एक लाख से बढ़ा कर दो लाख लीटर दूध की कर दी गयी है. वहीं त्रिवेणीगंज में आइटीआई खुलने से इलाके के छात्रों को लाभ मिलेगा.
नदियों पर अतिक्रमण कराएं खाली : सीएम
मधेपुरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सिंहेश्वर प्रखंड स्थित गौरीपुर एवं रामपट्टी पंचायत में विभिन्न योजना को देखा और आवश्यक निर्देश जारी किए. वह सर्वप्रथम गौरीपुर के कचरा प्रबंधन के लिए निर्मित एरोबिक कंपोस्ट प्लांट देखने गए और उसकी पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली. वहां से सीएम होटल सिंहेश्वर बिहार के निकट तालाब पर पहुंचे वहां जाकर सीएम ने कहा कि यहां तो सारी तस्वीर ही बदल गयी है. उन्होंने कहा कि वह पहले भी बगल के मवेशी हाट में कई बार जनसभा को संबोधित करने एवं सिंहेश्वर मंदिर आए हैं. लेकिन यहां तो पूरी तस्वीर ही बदल गई है. वहां उन्होंने डीएम नवदीप शुक्ला को कहा कि बगल की नदी जो सूखी है, उस पर भी काम करने की आवश्यकता है. उन्होंने निर्देश दिया कि जहां भी इस तरह की नदी है. उसकी पैमाइश कर उसे संरक्षित किया जाए और वहां पानी का बहाव हो सके, इसकी समुचित व्यवस्था की जाए.