राघोपुर (सुपौल) : प्रतापगंज-राघोपुर थाना क्षेत्र के सीमा स्थित एनएच-57 मार्ग पर चिलौनी नदी के समीप मंगलवार रात दशहरे का मेला देख कर लौट रही एक नाबालिग को तीन अपराधियों ने हवस का शिकार बनाया. वहीं, नाबालिग को अपराधियों के चंगुल से छुड़ाने गयी उसकी बड़ी बहन को अपराधियों ने गोली मार दी. इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गयी. प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. मामला दो थाना क्षेत्र के सीमाकंन के पेच फंसा रहा और दुष्कर्म पीड़िता कई घंटे तक थाने में कराहती रही. घटना के बाद पुलिस प्रशासन पर असंवेदनहीनता का भी आरोप लग रहा है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि पीड़ित परिवार बच्चे सहित नौ लोग गांव के कुछ ही दूरी पर लगे दशहरा मेला देख कर वापस घर लौट रहे थे. इसी बीच, घटनास्थल पर हथियारबंद अपराधियों ने मेला देख कर लौट रहे लोगों को घेर लिया. अपराधियों ने पहले निर्दोष लोगों के साथ लूटपाट की. महिलाओं के जेवर उतार लिये. वहीं, पीड़िता के मामा-मामी और जीजा को बांध कर बच्चों को बंधक बना लिया. इसके बाद हवसी अपराधियों ने एक नाबालिग बच्ची को पास के खेत में ले जाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. बच्ची के चीखने-चिल्लाने पर उसकी बड़ी बहन अपराधियों के चंगुल से बहन को छुड़ाने के लिए खेत पर पहुंच गयी. अपराधियों ने उसे देखते ही गोली मार दी. वह जमीन पर तड़पने लगी. इस बीच, तीन युवकों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.
घटना के बाद पीड़ित परिवार के सदस्यों ने जख्मी युवती एवं दुष्कर्म पीड़िता को रेफरल अस्पताल सिमराही में भर्ती कराया. जख्मी युवती को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना स्थित पीएमसीएच रेफर कर दिया. वहीं, दुष्कर्म पीड़िता को प्राथमिक इलाज के बाद परिजनों को सौंप दिया. रात में ही पीड़ित परिजन दुष्कर्म पीड़िता को लेकर राघोपुर थाना पहुंचे. लेकिन, कोई भी पुलिस कर्मी उनकी बातों को नहीं सुना. इसके बाद परिजन दुष्कर्म पीड़िता को लेकर घर लौट गये. बुधवार की सुबह परिजन एक बार फिर राघोपुर थाना पहुंचे. लेकिन, राघोपुर थानाध्यक्ष सीमाकंन का मामला क्लियर नहीं होने पर परिजनों को प्रतापगंज थाना जाने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया.
पीड़िता महिला थाना सुपौल पहुंची, जहां महिला थानाध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री ने पीड़िता का सदर अस्पताल में इलाज कराया. इसके बाद पीड़िता का बयान दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है. वीरपुर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि घटना की बारीकी से जांच की जा रही है. जबकि, पुलिस अधीक्षक मृत्युंजय कुमार चौधरी ने भी घटना स्थल का जायजा लेते पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है.