सुपौल : मैट्रिक प्रशिक्षित वेतनमान में आठ वर्षों तक सेवा पूरा करने वाले नियमित शिक्षकों को स्नातक वेतनमान तथा स्नातक वेतनमान में 4 वर्षों का सेवा पूरा करने वाले स्नातकोत्तर डिग्री वाले शिक्षकों का पदोन्नति प्रधानाध्यापक के पद पर होता है. जिले में सैकड़ों शिक्षक स्नातक वेतनमान एवं प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति के लिये जनवरी 2017 से प्रयासरत हैं. प्रोन्नति हेतु 6 अगस्त 2017 को प्रोन्नति हेतु एक समिति की बैठक हुई. औपबंधिक वरीयता सूची स्वीकृत हुआ.
साथ ही आपत्ति पर निर्णय लिया गया. उसी दिन से पूरे जिले में शिक्षकों का पर्सनल फोल्डर का जांच कार्य जारी कर दिया गया. जांचोपरांत 18 नवंबर 2017 को पुन: प्रोन्नति समिति की बैठक हुई. जिसमें स्थानीय कार्यालय द्वारा प्रोमोशन लेने वाले प्रत्येक शिक्षकों से मूल सेवा पुस्तिका एवं छायाप्रति, कार्यकलाप एवं स्वच्छता प्रमाण पत्र विगत तीन वर्षों तथा गोपनीय चरित्र पुस्तिका दिनांक 30 नवंबर 2017 तक जमा किये जाने की मांग की गयी है. जिले के शिक्षकों से ससमय वांछित कागजात जमा करने का आग्रह किया गया है. ताकि ससमय प्रोमोशन का कार्य पूर्ण करायी जा सके.