प्रतिनिधि, महाराजगंज. थाना परिसर में कई मामलों में जब्त किये गये बाइक व अन्य छोटे बड़े वाहन रखरखाव के अभाव में जंग खा रहे हैं. बीते वर्षों में थाना में भी लगातार वाहनों की जब्ती में इजाफा हुआ है और इसे थाना परिसर में ही खड़ा किया जा रहा है. जब्त बाइक एवं अन्य वाहनों की नीलामी व रखरखाव के अभाव में वाहन खुले आसमान के नीचे जंग खा रहे हैं. बताया जाता है कि कुछ मामलों में जब्त वाहन सक्षम न्यायालय के आदेश पर ही थाने से मुक्त किए जाते हैं. वहीं, लावारिस वाहनों को एक निश्चित समय के बाद नीलाम करने का प्रावधान है. किंतु नीलामी नहीं होने के कारण थाने में खड़ी बेनामी और लावारिस वाहन धीरे-धीरे खस्ताहाल हो रही है. दर्जनों ऐसे वाहन हैं जो विगत 7-8 वर्षों से थाना परिसर में लगी हुई है. पुलिस अधिकारियों कहना है कि नीलामी की प्रक्रिया करने के बाद ही वाहनों को थाना से हटाया जायेगा. थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जब्त वाहनों का सीजर बनाकर मालखाना में इंट्री होती है. सभी जब्त वाहन सुरक्षित रहते हैं. थाना परिसर में रखे जब्त वाहनों को नीलाम करने की एक कानूनी प्रक्रिया है. जब्त वाहन केस से संबंधित रहते हैं. न्यायालय में केस खुलने पर जब्त वाहनों को प्रदर्शन किया जाता है. केस फाइनल होने के बाद ही जब्त वाहनों को हटाने की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है. इसको लेकर विभाग में लिखा जाता है. कुछ लावारिस वाहनों की संख्या भी शामिल है. उन्होंने कहा कि दुर्घटना, शराब आदि मामलों में जब्त वाहनों को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा जा रहा है. न्यायालय के आदेश आने के बाद ही नीलामी अथवा अन्य आवश्यक कार्रवाई पुलिस द्वारा की जाती है.
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