प्रतिनिधि, सीवान. स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ाता शहर के डायट स्थित अभ्यासार्थ मवि का परिसर छात्रों के स्वास्थ्य के लिए मुसीबत बनते जा रहा है. विद्यालय परिसर में आठ महीने से जमा नाले के पानी का कोई सुध लेने वाला नहीं है. यह स्थिति तब है जब सदर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय मात्र 15 फुट की दूरी पर है. प्रधानाध्यापक द्वारा कई बार विभाग के साथ साथ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन दिया जा चुका है. अब छात्रों की उम्मीेद जिला पदाधिकारी पर टिकी है. विद्यालय में नामांकित छात्रों की संख्या 141 है. मध्याह्न भोजन के बाद ये बच्चे जहां उसी सड़ांध पानी के बगल में बैठकर एमडीएम ग्रहण करते हैं, वहीं कमरे में बैठकर पढ़ाई भी करते हैं. परिसर में फैले नाले के पानी पर मंडराते मच्छर को देखा जा सकता है. मच्छरों को काटने से कोई संक्रामक बीमारी ने हो इसको ध्यान में रखते हुए प्रधानाध्यापक रीतेश कुमार श्रीवास्तव कमरों में क्वायल जलाकर वर्ग संचालन करते हैं. जलजमाव से तीन कमरों में नहीं होती पढ़ाई- प्रधानाध्यापक रीतेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परिसर में आठ महीने से नाले का पानी पसरा हुआ है. इसके चलते तीन कमरों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. जिसके चलते तीन कमरों में कंबाइंड वर्ग का संचालन होता है. प्रधानाध्यापक ने बताया कि परिसर में जमा नाले के पानी के चलते प्रार्थना सत्र बरामदे में करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि जलजमाव को लेकर 28 अगस्त व 17 नवंबर को नगर परिषद के इओ सहित शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को आवेदन दिया गया था. परंतु उनके द्वारा कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया. हां कभी कभार पानी के निकासी की व्यवस्था किया जाता है, परंतु दुबारा भर जाता है. डीएम से बच्चों ने लगायी गुहार- इधर विद्यालय प्रशासन के प्रयास के बावजूद समस्या का समाधान नहीं होते देख छात्र रागनी कुमारी, समृद्धि कुमारी, प्रियांशु कुमारी, सोहरा, अनुराग कुमार, प्रियांश कुमार, अंकित कुमार, अभिनव देव पांडे व अयान इमाम ने जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश से गुहार लगाते हुए पूछा है कि हमलोग कबतक नाला के सड़ाध पानी के बगल में बैठकर एमडीएम खायेंगे व पढ़ाई करेंगे. छात्रों ने कहा कि अब डीएम अंकल ही तत्काल समस्या का समाधान कर सकते हैं. बोलेडीपीओ- परिसर में जमे पानी की निकासी के लिए तत्काल कदम उठाया जा रहा है. छात्रों की स्वास्थ्य के प्रति विभाग सजग है. जय कुमार, डीपीओ, एसएसए यह है मुख्य समस्या- महादेवा रोड स्थित मुख्य नाला के बगल में विद्यालय है. रामदेव नगर के लिए जहां से सड़क मुड़ती है, वहीं नाला अक्सर जाम हो जाता है. इसके चलते विद्यालय परिसर में नाला का पानी भर जाता है. अगर विद्यालय परिसर की चहारदीवारी ठीक रहता तो परिसर में पानी नहीं घुसता. क्या कहते हैं डीएम- पानी की निकासी व समस्या समाधान के लिए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है. आदित्य प्रकाश. जिलाधिकारी
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