सीवान . शहर की मुख्य सड़क सहित विभिन्न चौक-चौराहों पर ट्रांसफाॅर्मर के नीचे सजी दुकानें हर दिन हादसे को निमंत्रण दे रही हैं. ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. बिजली के तार टूटने से ट्रांसफार्मर से चिंगारी निकलने की घटनाएं अक्सर होती है. ऐसे में ट्रांसफाॅर्मर के नीचे दुकान लगाना किसी हादसे को आमंत्रण देने से कम नहीं है. कई ट्रांसफार्मर में तेल का रिसाव होने की वजह से स्पार्किंग की भी समस्या होती है. शहर के श्रीनगर, होमगार्ड कार्यालय के समीप, रेमंड शो रूम के समीप, दरबार, सब्जी मंडी मोड़, पकड़ी मोड़, बाबुनिया मोड़ के समीप आदि जगहों पर सब्जी, किराना की दुकान, हार्डवेयर के दुकानदारों का सामान आदि सजा हुई है. इन जगहों पर खरीदारी करने के लिए सुबह शाम लोगों की काफी भीड़ उमड़ती है. वहीं, जेपी चौक, बाबुनिया मोड़ के पास के ट्रांसफार्मर से हल्की तेल भी रिश्ते रहती है, जिस वजह से स्पार्किंग की समस्या होती है. लेकिन दुकानदार अपने आप खतरे के साथ खेलते ही हैं साथ ही ग्राहकों को भी मौत के जाल में फसते हैं . रोजी रोटी के चक्कर में दुकानदारों को तो अपनी जान की परवाह नही है. यही नहीं ट्रांसफार्मर के नीचे प्लास्टिक की पन्नी चादर आदि लगाकर दुकानदार दुकान का शक्ल दे दिये हैं .वहां बैठे दुकानदार बिना डर के ऊंची आवाज में अपने सामानों का भाव बोलते हुए ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं. ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि ट्रांसफार्मर से निकलने वाली चिंगारी को देख से ग्राहक भागने लगते हैं . वही दुकानदार निश्चिंत वहां बैठे रहते हैं .यह नजारा शहर के किसी एक बाजार में नहीं बल्कि कई जगहों पर देखने को मिलता है .खास बात तो यह है कि अधिकारी उसी रास्ते से हमेशा गुजरते हैं लेकिन उनकी निगाह ऐसे दुकानों पर नहीं पड़ती है. हालांकि, दुकानदारों का कहना है कि गरीबी की वजह से दुकान लगाते हैं. इसी दुकान से पूरे परिवार का भरण-पोषण होता है.
इस मामले में विद्युत कार्यपालक अभियंता रौशन कुमार ने बताया कि कई बार ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान लगाने वाले लोगों को दुकान हटाने के लिये चेतावनी दि गयी हैं. नहीं हटाने पर कार्रवाई की जायेगी.ट्रांसफाॅर्मर के नीचे अतिक्रमण पर सजा का है प्रावधान
बिजली पोल या ट्रांसफार्मर के आसपास अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध सजा का प्रावधान है. अतिक्रमणकारियों पर कारावास की भी सजा हो सकती है. ट्रांसफाॅर्मरों के नीचे दुकान सजाने वाले दुकानदारों को न तो अपनी जान की परवाह है और न ही कारावास की. दुकानदार खुद की जान जोखिम में डालते हुए ग्राहकों को भी खतरे में डाल रहे हैं.जान जोखिम में डालकर करते है कारोबार
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर के विभिन्न इलाकों में ट्रांसफॉर्मर के नीचे जान जोखिम में डालकर कारोबार हो रहा है. इससे एक ओर जहां दुकानदारों पर खतरा है वहीं, दूसरी ओर खरीदारी करने आने वाले ग्राहक के साथ कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. आलम ये है कि ट्रांसफॉर्मर के पास न घेराबंदी है और न नोटिस बोर्ड ही, जिससे लोग ट्रांसफॉर्मर के करीब ना जा सकें. उन्होंने बताया कि पहले ट्रांसफार्मर के पास खतरे का बोर्ड लगा होता था, जिससे की लोगों को दूर से ही पता चल जाता था. वहीं आसपास में कंटीले तार भी लगाए जाते थे, जिससे कि लोग वहां तक न पहुंचें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

