सीवान. इवीएम के द्वितीय रैंडमाईजेशन के बाद बीयू, सीयू एवं वीवीपैट को मतदान केंद्रवार कमीशन किया जाता है. इस प्रक्रिया में बीयू में बैलेट पेपर लगाया जाता है, सीयू मे कैंडिडेट सेटिंग किया जाता है एवं वीवीपैट में सिंबल लोड किया जाता है. साथ ही इन्हें आयोग के दिशा-निर्देश के आलोक में एड्रेस टैग एवं पिंक पेपर सील से सील किया जाता है. इधर निर्वाचन के दौरान उपयोग किये जाने वाले इवीएम एवं वीवीपैट का कमीशनिंग जिले के सभी विधान सभा क्षेत्रों में संबंधित निर्वाची पदाधिकारी की देख-रेख में संपन्न हो गया है. 28 से 31 अक्टूबर तक कमीशनिंग का कार्य किया गया. जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि कमीशनिंग प्रक्रिया के दौरान सभी अभ्यर्थियों को स्वयं अथवा अपने नामित प्रतिनिधियों के माध्यम से उपस्थित होने एवं इसकी देरेख हेतु लिखित रूप से सूचित किया गया था. सभी मशीनों की कमीशनिंग समाप्त होने के बाद 5% रैण्डमली चुने गये बीयू, सीयू एवं वीवीपैट को कनेक्ट कर 1000 वोट डाला गया एवं उनके इलेक्ट्रॉनिक रिजल्ट एवं वीवीपैट की पर्चियों की गिनती करके इन्हें सत्यापित किया गया. कमीशनिंग के उपरांत सभी इवीएम एवं वीवीपैट को स्ट्रॉग रूम में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित सुरक्षा एवं भंडारण संबंधी प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए इसे रखा गया है. इसके उपरांत मतदान इवीएम वितरण दिवस को अभ्यर्थियों की उपस्थिति में वीडियोग्राफी कराते हुए इसे खोला जाएगा एवं मशीनों को मतदान केंन्द्र पर रवाना कर दिया जाएगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

